Last Updated:March 18, 2025, 18:13 IST
लोकसभा में मिलिंद देवड़ा ने मोटापा घटाने पर प्रधानमंत्री मोदी के अभियान का समर्थन किया. उन्होंने जापान और सिंगापुर के उदाहरण देकर मोटापा रोकने के उपाय बताए.

शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा ने संसद में मोटापा रोकने पर बात की.
हाइलाइट्स
जापान में 40-74 साल के लोगों को रोज कमर नापने का नियम.सिंगापुर ने हाई शुगर प्रोडक्ट्स पर प्रतिबंध लगाया.प्रधानमंत्री मोदी ने मोटापा घटाने का अभियान शुरू किया.संसद में मंगलवार को कई मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए, जिसे जानकर लोग हैरान रह गए. देवड़ा ने कहा-हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटापा घटाने के लिए विशेष अभियान पर जोर दिया. यह भारत के लिए बेहद जरूरी है. क्योंकि मोटापा अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है. लेकिन ये होगा कैसे? इस पर उन्होंने जापान, सिंगापुर और अमेरिका जैसे देशों का उदाहरण देकर समझाया.
मिलिंद देवड़ा ने कहा, मोटापा एक बड़ी चुनौती है और इसे रोका नहीं गया तो स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च काफी ज्यादा होगा. काम करने की क्षमता घटेगी, जिससे अर्थव्यवस्था पर असर होगा. अगर इससे बचना है तो हमें भी उन दो देशों से सीखना होगा, जिन्होंने इस पर कमाल का काम किया है. सिंगापुर और जापान जो पूरी ताकत से मोटापे के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं और जीतते हुए भी दिख रहे हैं. तो आखिर उन्होंने ऐसा किया क्या?
जापान ने क्या किया?
जापान में एक मेटाबोलिज्म लॉ है. 2008 में लागू यह कानून कहता है कि 40 से 74 साल की उम्र के हर शख्स को रोजाना अपने कमर की नाप (waist measurement) लेनी होगी. इतना ही नहीं, कंपनियों को भी बाध्य कर दिया गया है कि अगर उनके पास मोटे लोग हैं तो उनकी सेहत पर विशेष ध्यान दें. उनका नियमित तौर पर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं. पुरुषों की कम अगर 85 सेंटीमीटर (33.5 इंच) से अधिक होती है तो चेतावनी दे दी जाती है. जबकि महिलाओं की कमर अगर 90 सेंटीमीटर (35.4 इंच) से अधिक होती है तो चेताया जाता है. उन्हें डॉक्टर के पास भेजा जाता है. लाइफस्टाइल सुधारने की सलाह दी जाती है.
सिंगापुर ने क्या कदम उठाए
सिंगापुर ने ऐसे सभी प्रोडक्ट को बैन कर दिया जो हाईलेवल शुगर से बने हों. वहां की एफएसएसआई ने एक न्यूट्रीग्रेट लेवलिंग सिस्टम बनाया है. जिसमें A to D ग्रेड लगा हुआ है. जैसे कोला ड्रिंक में शुगर ज्यादा होती है तो ये D ग्रेड में आएगा. इससे पेरेंट्स को समझ में आ जाता है कि यह अनहेल्दी प्रोडक्ट है. जो जूस होता है वह A ग्रेड में आता है, क्योंकि वह फ्रेश होता है. सिंगापुर ने 2020 में हाई शुगर कंटेंट वाले पेय पदार्थों के टीवी, प्रिंट, और ऑनलाइन मीडिया पर विज्ञापन करने पर प्रतिबंध लगा दिया. सिंगापुर के स्कूलों में तले हुए खाद्य पदार्थों, अत्यधिक मीठे पेय और अत्यधिक कैलोरी वाले स्नैक्स को प्रतिबंधित किया गया है.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
March 18, 2025, 18:13 IST