Last Updated:August 17, 2025, 07:13 IST
BK Hariprasad RSS Row: कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने आरएसएस को 'भारतीय तालिबान' बताते हुए पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण की आलोचना की. वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर राष्ट्रवादी संगठन को अपमानित करने का आरोप ल...और पढ़ें

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने आरएसएस की तुलना तालिबान से करते हुए इसे ‘भारतीय तालिबान’ करार दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की. उन्होंने यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से दिए गए संबोधन में आरएसएस की तारीफ की थी. वहीं हरिप्रसाद के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कांग्रेस पर राष्ट्रवादी संगठन को अपमानित करने का आरोप लगाया.
बीके हरिप्रसाद ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, ‘वे (RSS) देश में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं केवल आरएसएस को तालिबान से ही जोड़ सकता हूं, वे इंडियन तालिबान हैं और प्रधानमंत्री उनकी तारीफ लालकिले से कर रहे हैं.’
‘किसी संघी का आजादी की लड़ाई में नहीं योगदान’
पूर्व राज्यसभा सांसद ने आरएसएस की कानूनी स्थिति और फंडिंग पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ‘क्या कोई ‘संघी’ था, जिसने आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था? कल लाल किले से भाषण देने वाले व्यक्ति… यह शर्म की बात है कि आरएसएस एक पंजीकृत संगठन नहीं है. हमें नहीं पता कि उन्हें पैसा कहां से मिलता है. संविधान के अनुसार, देश में काम करने वाली किसी भी NGO को रजिस्टर होना चाहिए, लेकिन आरएसएस ऐसा क्यों नहीं करती?’
इतिहास को लेकर भी हरिप्रसाद ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ‘इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने के उस्ताद’ हैं. हरिप्रसाद ने कहा, ‘यह कांग्रेस नहीं थी, जिसने बंटवारे की मांग की. बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री एके फजलुल हक और जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल विधानसभा में पहला प्रस्ताव रखा था. वहीं जिन्ना और सावरकर दोनों अलग-अलग देश की मांग कर रहे थे. आज बीजेपी और आरएसएस सारा दोष कांग्रेस पर मढ़ रहे हैं.’
बीजेपी का पलटवार
BJP ने बीके हरिप्रसाद के बयान पर कड़ी निंदा की है. बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘कांग्रेस के नेता आरएसएस में तालिबान देखते हैं. कांग्रेस राष्ट्रवादी संगठन को अपमानित करती है. PFI में आतंकी संगठन में अपना भाई जान नजर आता है.’
याद दिला दें कि आरएसएस की स्थापना 25 सितंबर 1925 को हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में आरएसएस के 100 साल पूरे होने पर इसकी प्रशंसा की थी. उन्होंने कहा था कि ‘100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ था… राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ. 100 वर्षों की सेवा राष्ट्र के लिए गर्व का विषय है. स्वयंसेवकों ने ‘व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण’ के संकल्प के साथ मां भारती की सेवा में खुद को समर्पित किया है.’
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 17, 2025, 07:13 IST