Last Updated:May 17, 2025, 13:57 IST
Shashi Tharoor Operation Sindoor News: मोदी सरकार ने पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए मल्टी पार्टी डेलिगेशन की घोषणा की है, जिसमें शशि थरूर भी शामिल हैं. कांग्रेस ने शशि थरूर का नाम होने पर आपत्ति जताई है.

कांग्रेस की लिस्ट में शशि थरूर का नाम नहीं.
हाइलाइट्स
मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए मल्टी पार्टी डेलिगेशन चुना.कांग्रेस ने शशि थरूर का नाम होने पर आपत्ति जताई.कांग्रेस की लिस्ट में शशि थरूर का नाम नहीं था.Shashi Tharoor Operation Sindoor News: दुनियाभर में पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए मोदी सरकार ने अपनी मल्टी पार्टी डेलिगेशन यानी टीम की घोषणा कर दी है. यह टीम दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जाएगी और ऑपरेशन सिंदूर की जरूरत को बताएगी. साथ ही पहलगाम अटैक में पाकिस्तान के हाथ होने का सबूत भी देगी. केंद्र सरकार ने सात डेलिगेशन की घोषणा की है. इसकी कमान अलग-अलग सात नेताओं को दी गई है. इस लिस्ट में कांग्रेस नेता शशि थरूर का भी नाम है. शशि थरूर अमेरिका वाले डेलिगेशन को लीड करेंगे. हालांकि, सरकार की इस लिस्ट में शशि थरूर का नाम देखकर कांग्रेस चौंक गई है. कांग्रेस का कहना है कि हमने जो चार नाम दिए थे, वो तो है ही नहीं. जी हां, सरकार की लिस्ट में शशि थरूर का नाम तो है, मगर कांग्रेस की लिस्ट में नहीं. अब सवाल है कि आखिर कांग्रेस में कौन है जो नहीं चाहता मोदी की टीम इंडिाय में शशि थरूर का नाम रहे?
सबसे पहले जानते हैं कि केंद्र सरकार के सातों डेलिगेशन में किस-किसका नाम है. ऑपरेशन सिंदूर की जरूरत और पाक की पोल खोलने के लिए सरकार 7 डेलिगेशन की टीम अलग-अलग देशों में भेजेगी. हर टीम को एक सांसद लीड करेगा. सरकार ने टीम लीडर्स के नाम बता दिए. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पोस्ट के जरिए डेलिगेशन में शामिल लोगों के नाम बताए. मगर इसके ठीक बाद कांग्रेस की ओर से एक लिस्ट जारी की गई. खास बात यह है कि इस सूची में शशि थरूर का नाम नहीं था. सबसे पहले सरकार की लिस्ट में शामिल नाम जानते हैं.
मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए मल्टी पार्टी डेलिगेशन में शशि थरूर को चुना.
सरकार की लिस्ट में शामिल डेलिगेशन को लीड करने वाले
शशि थरूर (कांग्रेस) रविशंकर प्रसाद (भाजपा) संजय कुमार झा (जदयू) बैजयंत पंडा (भाजपा) कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके) सुप्रिया सुले (एनसपी) श्रीकांत शिंदे (एनसीपी)कांग्रेस की लिस्ट से कौन-कौन?
इसके बाद जयराम रमेश ने भी तुरंत कांग्रेस की लिस्ट जारी कर दी. कांग्रेस ने उन लोगों के नाम बताए, जिसके नाम उसने सरकार को डेलिगेशन के लिए दिए थे. जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा कि शुक्रवार की सुबह संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की. कांग्रेस से पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत के रुख को स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजे जाने वाले डेलिगेशन के लिए 4 सांसदों के नाम देने को कहा गया. इसके बाद कांग्रेस ने फैसला लिया कि किन-किनको कांग्रेस की ओर से डेलिगेशन में भेजा जाएगा. कांग्रेस की ओर से जो नाम हैं वो हैं-
आनंद शर्मा गौरव गोगोई सैयद नसीर हुसैन राजा बरारशशि थरूर का नाम क्यों नहीं?
अब सवाल है कि आखिर कांग्रेस के भीतर शशि थरूर के नाम पर इतनी खलबली क्यों? आखिर कौन है जो नहीं डेलिगेशन में शशि थरूर का नाम नहीं चाहता? दरअसल ,कांग्रेस के इस स्टैंड से साफ है कि वह सरकारी डेलिगेशन में अपनी ओर से शशि थरूर को नहीं भेजना चाहती है. शशि थरूर के नाम पर अब कांग्रेस और सरकार आमने-सानने हो चुकी है. जयराम रमेश ने तो सीधे मैसेज दे दिया है कि कांग्रेस की ओर से जो नाम दिए गए हैं, डेलिगेशन में वही रहेंगे. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की ओर से जो चार नाम दिए गए हैं, वह खुद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तय किए हैं. राहुल गांधी ने जो नाम तय किया है, उसमें शशि थरूर का नाम नहीं है. सूत्रों का कहना है कि शशि थरूर अक्सर पार्टी लाइन से अलग रुख अपनाते रहे हैं और बयान देते हैं, यही वजह है कि उनका नाम इस लिस्ट से गायब है.
शशि थरूर के नाम पर अभी और होगा बवाल?
शशि थरूर पर अभी और बवाल?
जयराम रमेश ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस का स्टैंड नहीं बदलने वाला है. जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने जो 4 नाम दिया है, बदला नहीं जाएगा. आज की प्रेस रिलीज से कांग्रेस को आश्चर्य हुआ. कूटनीति में बहुत सारे मामले विश्वास के आधार पर होते हैं सत्ता और विपक्ष के बीच. किरण रिजिजू ने हमसे चार नाम मांगे थे और हमने चार नाम दिए थे और हम उम्मीद करते थे कि प्रतिनिधिमंडल में 4 नाम शामिल किए जाएंगे. अब क्या होगा मैं कुछ नहीं कह सकता. कांग्रेस ने अपना धर्म निभाया. हमने विश्वास के साथ नाम दिया कि सरकार ईमानदारी से नाम मांग रही है. सरकार का व्यवहार ईमानदारी नहीं दर्शाता है, गंभीर मामले रक खेल खेला जा रहा है. हम सीधे बैट से खेल रहे हैं, लेकिन सरकार किस बैट से खेल रही है पता नहीं.
क्यों भेजा जा रहा डेलिगेशन
दरअसल, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद 6-7 मई की दरमियानी रात को भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर तबाह कर दिया था. इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया गया था. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में और हमले किए और उसके कई एयरबेस को तबाह कर दिया. फिर दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच 10 मई को चर्चा हुई थी, जिसमें शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी.अब भारत दुनिया को ऑपरेशन सिंदूर के पीछे का उद्देश्य और जरूरत समझाना चाहती है, यही कारण है कि प्रमुख साझेदारों के बीच डेलिगेशन भेजा जा रहा है.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
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