Last Updated:October 31, 2025, 17:41 IST
Paddy Procurement : यूपी सरकार ने पश्चिमी क्षेत्र के बाद अब पूर्वी क्षेत्रों में भी धान की खरीद शुरू कर दी है. 1 नवंबर से इसका ऐलान हो चुका है. इस बार न सिर्फ धान की कीमत बढ़ाई गई है, बल्कि सरकार ने 48 घंटे में भुगतान करने का भी आदेश दिया है.
 यूपी में धान की सरकारी खरीद 1 नवंबर से शुरू होगी.
यूपी में धान की सरकारी खरीद 1 नवंबर से शुरू होगी. नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश सरकार ने पश्चिमी यूपी के बाद अब पूर्वी यूपी में भी धान खरीद केंद्रों को एक्टिव कर दिया है. यूपी सरकार ने कहा है कि अब किसानों को अपनी उपज मंडी में औने-पौने दाम पर बेचने की जरूरत नहीं है. किसान अपनी फसल सीधे सरकारी धान खरीद केंद्रों पर बेच सकेंगे. 1 नवंबर से शुरू होने वाले यह केंद्र अब 28 फरवरी यानी पूरे 4 महीने तक चलेंगे. इस बार किसानों को अपनी फसल की कीमत भी जल्दी मिल जाएगी.
यूपी सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान की सरकारी खरीद एक नवंबर से शुरू हो जाएगी. यह खरीद अगले साल 28 फरवरी तक जारी रहेगी. धान खरीद के इस द्वितीय चरण के तहत चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और प्रयागराज सहित उत्तर प्रदेश के पूर्वी मंडलों में धान की खरीद शुरू होगी.
कई जिलों में हो चुकी है शुरुआत
बयान के मुताबिक, उन्नाव, रायबरेली और लखनऊ जिलों में भी शनिवार को ही धान की खरीद शुरू होगी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ लखनऊ मंडल के हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जिलों में धान की खरीद गत एक अक्टूबर से ही शुरू हो चुकी है. राज्य सरकार ने किसानों को धान खरीद के 48 घंटे के अंदर भुगतान सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं. इस साल धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि की गई है.
कितनी होगी धान की कीमत
सरकार ने धन का एमएसपी बढ़ा दिया है तो इस बार किसानों को अपनी फसल की कीमत भी अच्छी मिलेगी. यूपी सरकार के मुताबिक, धान (सामान्य) के लिए एमएसपी 2,369 रुपये प्रति क्विंटल और धान (ग्रेड ए) के लिए 2,389 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. पिछले दो महीने के भीतर 2.17 लाख से ज्यादा किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए पंजीकरण कराया है. 31 अक्टूबर की सुबह 11 बजे तक दो लाख 17 हजार 625 किसान पंजीकरण करा चुके हैं.
1 लाख टन धान की हो गई बिक्री
यूपी सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले ही धान की सरकारी खरीद शुरू कर दी थी. इसका मतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 17,000 से ज्यादा किसान एक महीने के भीतर 1.06 लाख टन से अधिक धान की बिक्री कर चुके हैं. इस साल सरकार का लक्ष्य पिछले साल से भी ज्यादा धान की खरीद करना है. सरकारी केंद्रों पर धान बेचने से किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिलता है, जबकि मंडी या आढ़तियों के पास फसल ले जाने पर नुकसान हो जाता है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 31, 2025, 17:41 IST

 9 hours ago
                        9 hours ago
                     
 
 
        ) 
 
 
        ) 
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
        ) 
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
         
 
 
        