Last Updated:March 24, 2025, 18:05 IST
Delhi Assembly Budget Session: दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र सोमवार 24 मार्च 2025 को शुरू हो गया. पहले दिन दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (DTC) पर CAG की रिपोर्ट पेश की गई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता न...और पढ़ें

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पिछली सरकारों के कामकाज पर व्हाइट पेपर लाने का ऐलान किया है.
हाइलाइट्स
पिछली सरकारों पर लाया जाएगा व्हाइट पेपरमुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कर दिया है बड़ा ऐलानइकोनोमिक सर्वे पेश नहीं करने पर दिया जवाबनई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ताबड़तोड़ फैसले लिए जा रहे हैं. विभिन्न विभागों पर लगातार कैग की रिपोर्ट विधानसभा में पेश की जा रही है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अब दिल्ली की पिछली सरकारों को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. इससे पूर्व मुख्यमंत्रियों अरविंद केजरीवाल और आतिशी की मुश्किलें बढ़ भी सकती हैं. सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली की पिछली सरकारों पर व्हाइट पेपर लाने की बात कही है. बता दें कि इंडियन गवर्निंग सिस्टम में व्हाइट पेपर का कानूनी महत्व होता है. उसमें दी गई जानकारियों को प्रमाणिक माना जाता है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पिछली सरकार के कामकाज पर श्वेत पत्र जारी होगा. इसमें पिछली सरकार की ओर से किए गए काम का लेखाजोखा होगा. इसके साथ ही रेखा गुप्ता ने कहा की आर्थिक सर्वे पेश नहीं होगा, क्योंकि कई विभागों की ऑडिट रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है और फिलहाल उस पर काम चल रहा है. इसलिए इस पर कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी. सीएम रेखा गुप्ता ने बताया कि सभी विभागों की ऑडिट रिपोर्ट आ जाएगी तो पिछली सरकार का पूरा लेखा-जोखा पेश किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा के पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण भी रखा जाएगा और पिछली सरकार के कामकाज पर व्हाइट पेपर भी लेकर आएंगे.
मंत्री ने लगाए गंभीर आरोप
दिल्ली सरकार में मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने अरविंद केजरीवाल पर फिर से बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा, ‘हमें समझ नहीं आता कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार लेकर आए थे या खत्म करने आए थे. कैग रिपोर्ट में हाई कोर्ट का विवरण है. कोर्ट ने कहा था कि 11 हजार बसों की फ्लीट होनी चाहिए, लेकिन दो इलेक्ट्रिक बसों के अलावा आप एक भी डीटीसी बस लेकर नहीं आए. CAG ने लिखा है कि बड़ा अपराध हो रहा था. 814 में से केवल 468 रूटों पर बसें चल सकीं. डीटीसी से साल 2015-16 में 914 करोड़ रुपए आ रहे थे, लेकिन अब 550 करोड़ आ रहे हैं. दिल्ली सरकार 2015-16 में 1174 करोड़ डीटीसी को ग्रांट देती थी, जो बढ़ाकर 2320 करोड़ कर दिया गया लेकिन पैसे जा कहां रहे हैं कोई नहीं जानता. पहले एक बस चलाने में 213 रुपये प्रति किमी खर्च होता था जो केजरीवाल सरकार ने बढ़ाकर 487 रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया. कोई कैलकुलेटर नहीं है, जो बता सके कि कैसे ये हिसाब निकला.’
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 24, 2025, 18:05 IST