'कॉल आई'...आप गिरफ्तार हैं, और मिनटों में उड़ गए 51 लाख रुपये

7 hours ago

Last Updated:October 31, 2025, 12:56 IST

Hyderabad Crime: हैदराबाद में साइबर ठगों ने 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर 78 साल के पेंशनभोगी को 51 लाख रुपये का चूना लगाया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

'कॉल आई'...आप गिरफ्तार हैं, और मिनटों में उड़ गए 51 लाख रुपयेबुजुर्ग से डिजिटल अरेस्ट धोखाधड़ी में 51 लाख रुपये ठगे

Hyderabad News: हैदराबाद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक कॉल, एक नकली अधिकारी और एक डराने वाली कहानी, इतना ही काफी था हैदराबाद के बुजुर्ग से लाखों रुपये ठगने के लिए. साइबर अपराधियों ने एक 78 साल के पेंशनभोगी को डिजिटल अरेस्ट धोखाधड़ी में 51 लाख रुपये का चूना लगाया. पीड़ित, जो एक सेवानिवृत्त केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और हैदराबाद के श्रीनगर कॉलोनी के निवासी हैं, को एक कॉल मिली जिसमें कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच के एसीपी के रूप में पेश किया.

उसने धमकी दी कि पीड़ित के मोबाइल सिम का इस्तेमाल बम विस्फोट और अपहरण मामलों में किया गया है. धोखेबाज ने पीड़ित को यह भी बताया कि कुछ लोगों ने उनके नाम पर सिम कार्ड लिए हैं. उसने सीबीआई के नोटिस भी दिखाए और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बताया. अपराधी ने पीड़ित को ‘डिजिटल अरेस्ट’में में रखा और वीडियो कॉल की. धोखेबाज ने उन्हें किसी से संपर्क करने की अनुमति नहीं दी.

डर के कारण किए रुपये ट्रांसफर 

इस दौरान उसने उनके सभी बैंक खातों की जानकारी ले ली. इसके बाद आरोपी ने वरिष्ठ नागरिक से कहा कि वह अपने खातों से 95 प्रतिशत पैसा ट्रांसफर कर दे ताकि वह मामले से बच सके और आश्वासन दिया कि जांच के बाद पैसा वापस कर दिया जाएगा. मामले में फंसने के डर से, पीड़ित ने 51 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. बाद में जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

इस सप्ताह शहर में यह दूसरा ‘डिजिटल अरेस्ट’ धोखाधड़ी का मामला है. इससे पहले, एक 73 साल की महिला से 1.43 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी.उस मामले में भी अपराधियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर धमकी दी थी कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल बाल तस्करी और हत्या के मामलों में शामिल एक अपराधी ने किया है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.

ऐसे संदेशों पर विश्वास न करने की अपील

22 अक्टूबर को, पीड़िता को एक अज्ञात कॉलर से कॉल प्राप्त हुआ, जिसने खुद को बेंगलुरु के गांधी नगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी आकाश चौधरी के रूप में पेश किया. उसने बताया कि 187 बच्चों की तस्करी और हत्या में शामिल एक अपराधी ने उनके आधार कार्ड का उपयोग किया है और उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है. धोखेबाज ने गिरफ्तारी वारंट और CBI खाते फ्रीज करने का आदेश भी दिखाया.

गिरफ्तारी के डर से महिला ने महिला ने धोखेबाज को पैसा ट्रांसफर कर दिया. इस सप्ताह की शुरुआत में, हैदराबाद पुलिस आयुक्त वी.सी. सज्जनार ने बताया था कि साइबर अपराधियों ने उनकी तस्वीर का उपयोग कर फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाए और उनकी पहचान का दुरुपयोग करते हुए लोगों से पैसे वसूलने की कोशिश की. उन्होंने नागरिकों से ऐसे संदेशों पर विश्वास न करने, संबंधित नंबरों को तुरंत ब्लॉक करने और रिपोर्ट करने की अपील की.

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First Published :

October 31, 2025, 12:56 IST

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