कोबरा गड़ा दे दांत तब भी नहीं होता कुछ, रहते हैं सही सलामत, क्या ये ड्राई बाइट

1 day ago

हम सभी को लगता है कि अगर कोबरा ने हममें से किसी को अपने हल्के से दांत गड़ा भी दिए तो बचने की को कोई गुंजाइश नहीं होती. क्योंकि कोबरा का हल्का सा जहर भी बहुत खतरनाक और जानलेवा हो जाता है. लेकिन 20-30 फीसदी ऐसे भाग्यशाली लोग भी होते हैं, जिनका कोबरा के काटे जाने के बाद भी बालबांका तक नहीं होता, क्योंकि ये जहरीला सांप खुद ही उनकी जान बख्श देता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारतीय अध्ययनों के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 50,000 से 60,000 लोग सांप के काटने से मरते हैं, जो दुनिया में सबसे अधिक है. इनमें से लगभग 5 से 10 फीसदी मौतें कोबरा के काटने के कारण होती हैं, यानी 2,500 से 6,000 मौतें हर साल.

कोबरा के काटने की मृत्यु दर अन्य सांपों (जैसे रसेल वाइपर और करैत) की तुलना में कम है, क्योंकि कोबरा का जहर मुख्य तौर पर न्यूरोटॉक्सिक होता है, जिसका इलाज एंटीवेनम हो सकता है.

क्यों कोबरा के दांत गड़ाने के बाद भी नहीं होता कुछ
लेकिन क्या आपको मालूम है कि कोबरा जिन लोगों को काटता है उसमें से 20 से 30 फीसदी लोग उसके काटने के बाद भी नहीं मरते, क्योंकि उसकी बाइट ड्राई होती है. यानि उसके दांत के निशान तो शरीर पर बन जाएंगे लेकिन जहर नहीं शरीर में नहीं जाएगा. इसकी वजह ये होती है कि तब कोबरा अपना जहर बाहर नहीं निकालता बल्कि उसका ये दंश ड्राई बाइट में आता है.

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कोबरा कई बार चेतावनी देने के लिए इस तरह काटता है कि वो ड्राई बाइट हो जाता है. वैसे बहुत खुशकिस्मत लोग होते हैं जो कोबरा के ड्राईबाइट के शिकार होते हैं. (News18AI)

कोबरा की विष थैली में होता है सबसे ज्यादा जहर
कोबरा ऐसा सांप होता है, जिसकी जहर की थैली में सबसे ज्यादा विष होता है और जब वह किसी को काटता है कि एक बार में ही 7 मिलीलीटर के आसपास जहर निकाल देता है. और किसी के शरीर में ये पूरा जहर फैल जाए तो उसको बचाना बहुत मुश्किल होता है. कोबरा की ड्राई बाइट क्या होती है और क्यों होती है, इसे जानने से पहले ये जानते हैं कि सांपों का जहर बनता कहां है ये विष थैली कहां होती है.

सर्प दंश में विष थैली से ही निकलता है जहर

सांप का विष (जहर) उसके विष ग्रंथियों में बनता है, जो सांप के सिर के पास होते हैं. जब सांप किसी को काटता है, तो वह विष ग्रंथियों से ही विष निकालता है. अगर सांप ने किसी को काटते समय विष को पूरी तरह निकाल दिया हो, तो विष के फिर से बनने में कुछ समय लगता है.

एक बार काटने के बाद फिर कितने दिनों में बनता है जहर
विशेषज्ञों के अनुसार, सांप का विष करीब 6 से 7 दिनों में फिर बनना शुरू होता है. विष का प्रभाव भी आमतौर पर 6 से 7 दिन तक शरीर में बना रहता है, जब वो किसी व्यक्ति को काटा जाता है. एक बार काटने के बाद सांप अक्सर दूसरे को जब काटता है तो 6-7 दिन तक विष नहीं निकाल पाता.

कोबरा की विष थैली कितने मिलीग्राम की
तो वापस अब कोबरा पर आते हैं. किंग कोबरा की विष की थैली में कुल मिलाकर लगभग 200 से 500 मिलीग्राम तक विष होता है, जब ये काटता है तो एक बार काफी हद तक पूरा विष ही छोड़ देता है. इसके काटने से हाथी तक मर सकता है.

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कोबरा सांप की विष थैली बहुत बड़ी होती है, ये उसके सिर की ओर होती है. इसमें 700 मिलीग्राम विष स्टोर करके रखता है. (News18 AI)

वैसे सबसे बड़ी विष ग्रंथि (जहर की थैली) वाले सांप के रूप में ब्लू मलायन कोरल स्नेक (Blue Malayan Coral Snake) को माना जाता है. इस सांप की विष ग्रंथि लगभग एक फुट यानि करीब 30 सेंटीमीटर तक फैली होती है, जो उसके शरीर की लंबाई का लगभग एक चौथाई हिस्सा होती है. यह विष ग्रंथि किसी भी अन्य सांप की तुलना में सबसे बड़ी होती है, हालांकि कोबरा की विष थैली भी काफी बड़ी होती है

सांपों की ड्राई बाइट क्या होती है?
ड्राई बाइट वह स्थिति होती है जब कोई विषैला सांप काटता है लेकिन अपने विष को शरीर में नहीं छोड़ता. यानि काटने के निशान तो होते हैं. दर्द या सूजन भी हो सकती है, लेकिन विष का कोई प्रभाव शरीर में नहीं फैलता. इसे बगैर जहर वाला सांप का दंश भी कहा जाता है. ये काम कोबरा भी 30 फीसदी मामलों में करता है.

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एक कोबरा अपने जीवन में चार पांच बार ड्राई बाइट करता है. इसमें उसका उद्देश्य केवल अलर्ट करना या चेतावनी देना ही होता है. (News18AI0

अपने जीवन में कितनी बार ड्राई बाइट करता है कोबरा
कोबरा सांप ड्राई बाइट करता है. विशेषज्ञों के अनुसार, कोबरा लगभग 20% से 30% मामलों में ड्राई बाइट करता है, यानी वह काटता जरूर है लेकिन विष नहीं छोड़ता. आमतौर पर कोबरा अपने जीवन में चार से पांच बार ड्राई बाइट कर सकता है.

कोबरा ड्राई बाइट क्यों करता है?
कोबरा अपने विष को नियंत्रित करता है ताकि विष की थैली जल्दी खाली न हो. विष की बची हुई मात्रा भविष्य में उपयोग किया जा सके. इसे “venom metering” कहा जाता है. विष ग्रंथियों में विष की कमी या विष ग्रंथि खाली होने की स्थिति में भी ड्राई बाइट हो सकती है. कभी-कभी काटने का सही निशाना न लगने या दूरी का गलत आकलन होने पर विष पूरी तरह नहीं निकल पाता.

ड्राई बाइट के लक्षण क्या हैं
ड्राई बाइट में काटने के निशान और दर्द हो सकता है, लेकिन विष के कारण होने वाले गंभीर लक्षण जैसे उल्टी, सांस लेने में कठिनाई, पक्षाघात आदि नहीं होते. फिर भी, ड्राई बाइट को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि संक्रमण या अन्य जटिलताएं हो सकती हैं.

ड्राई बाइट किस वजह से
इसकी कई वजहें हो सकती हैं कि सांप या कोबरा सांप ड्राई बाइट क्यों करता है
– विष ग्रंथियों में विष की कमी या खाली हो जाना
-विष की मात्रा को नियंत्रित करना यानी सांप जानबूझकर थोड़ा या कोई विष नहीं छोड़ता, ताकि विष बचा रहे
– विष ग्रंथियों या नली में कोई बाधा या संक्रमण
– खतरे का संकेत देने के लिए काटना. मतलब ये है केवल डराने या चेतावनी देने के लिए काटना
– इसके अलावा, सांप की उम्र भी मायने रखती है. युवा सांप अक्सर विष पूरी मात्रा में छोड़ देते हैं, जबकि बड़े सांप विष की मात्रा को नियंत्रित करते हैं.

कैसे पता लगे कि ये ड्राई बाइट है
– काटने पर दर्द, सूजन, लालिमा या खून आ सकता है
– विष के प्रभाव जैसे मतली, उल्टी, पक्षाघात आदि नहीं होते
– घाव संक्रमित हो सकता है, जिससे टेटनस जैसी बीमारियां हो सकती हैं
– हालांकि ड्राई बाइट भी चिकित्सकीय दृष्टि से सीरियस होता है, लिहाजा तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

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