क्‍या है गरुड़ दृष्टि? जिससे स्‍कैमर भी डरने लगेंगे, पलक झपकते ही बोलती बंद

1 month ago

Last Updated:August 11, 2025, 18:14 IST

Maharashtra News: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में 'गरुड़ दृष्टि' प्रोजेक्ट को पेश किया. यह सिस्‍टम साइबर अपराध रोकने में मददगार है. इस सिस्‍टम की मदद से 10 करोड़ रुपये साइबर फ्रॉड के पीड़ितों को लौटाए...और पढ़ें

क्‍या है गरुड़ दृष्टि? जिससे स्‍कैमर भी डरने लगेंगे, पलक झपकते ही बोलती बंदमहाराष्‍ट्र पुलिस को इससे बड़ी कामयाबी मिली. (File Photo)

मुंबई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र अब साइबर अपराध पर लगाम कसने के लिए दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक और सिस्टम से लैस है. नागपुर स्थित पुलिस भवन में ‘गरुड़ दृष्टि’ सोशल मीडिया मॉनिटरिंग और साइबर इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट की प्रस्तुति के दौरान उन्होंने बताया कि यह प्रणाली सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर होने वाले आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने और तुरंत कार्रवाई करने में अहम भूमिका निभा रही है.

गरुड़ दृष्टि ने रिकवर कराए 10 करोड
फडणवीस ने उदाहरण देते हुए कहा कि सोशल मीडिया के जरिए कुछ असामाजिक तत्व सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश करते हैं, जिसके चलते दंगे तक भड़क जाते हैं. ऐसे मामलों में ‘गरुड़ दृष्टि’ जैसे टूल्स अपराधियों तक पहुंचने और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने में मददगार साबित हुए हैं. इस मौके पर विभिन्न साइबर फाइनेंशियल क्राइम की जांच में बरामद 10 करोड़ रुपये पीड़ितों को लौटाए गए.

सोशल मीडिया पर नजर
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिस्टम सोशल मीडिया पर चल रहे धोखाधड़ी के मामलों को रोकने के लिए विकसित किया गया है. इसके माध्यम से अफवाह फैलाने, नफरत भरे भाषण, धमकियां, फेक न्यूज और यहां तक कि ड्रग तस्करी जैसी गतिविधियों की पहचान और निगरानी संभव हो पाती है. भविष्य में इन टूल्स का दायरा और क्षमता और भी बढ़ाई जाएगी.

30 हजार पोस्‍ट की जांच
आंकड़ों के अनुसार, ‘गरुड़ दृष्टि’ ने अब तक सोशल मीडिया के करीब 30,000 पोस्ट की जांच की है. इनमें से 650 आपत्तिजनक पोस्ट की पहचान कर उन्हें संबंधित प्लेटफॉर्म से हटाया गया. इस तकनीक के चलते कई बार अफवाहों और भड़काऊ सामग्री से पैदा होने वाले तनाव और कानून-व्यवस्था की स्थिति को समय रहते टालने में सफलता मिली है. यह प्रोजेक्ट ‘Cyber Hack 2025’ प्रतियोगिता के जरिए न्यूनतम लागत पर विकसित किया गया है और इसके बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) नागपुर पुलिस के पास हैं. अपराध रोकथाम के अलावा ‘गरुड़ दृष्टि’ सोशल मीडिया ट्रेंड्स का विश्लेषण करने, संदिग्ध अकाउंट्स की पहचान करने और त्वरित कार्रवाई करने में भी सक्षम है.

फाइनेंशियल फ्रॉड होगा काम
फडणवीस ने यह भी चेताया कि अधिकांश वित्तीय धोखाधड़ी के प्लेटफॉर्म विदेशी कंपनियों द्वारा संचालित होते हैं. ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी मोबाइल ऑफर को संभावित ठगी मानना चाहिए. उन्होंने अपील की कि अगर कोई व्यक्ति वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार होता है, तो तुरंत 1930 या 1945 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करे. ‘गरुड़ दृष्टि’ के जरिए महाराष्ट्र ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाई है. यह न केवल अपराधियों को बेनकाब करने का सशक्त साधन है, बल्कि नागरिकों के बीच डिजिटल सतर्कता और सुरक्षा की नई संस्कृति भी स्थापित कर रहा है.

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

और पढ़ें

Location :

Mumbai,Maharashtra

First Published :

August 11, 2025, 18:13 IST

homemaharashtra

क्‍या है गरुड़ दृष्टि? जिससे स्‍कैमर भी डरने लगेंगे, पलक झपकते ही बोलती बंद

Read Full Article at Source