Last Updated:June 13, 2025, 22:26 IST
Raja Raghuwanshi Murder Case: मेघालय में कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के बाद इनर लाइन परमिट लागू करने की मांग तेज हो गई है. लोगों का कहना है कि ILP से बाहरी लोगों की आवाजाही पर रोक लगेगी. आइए इस खबर में जानते...और पढ़ें

मेघालय में ILP सिस्टम अब तक लागू नहीं है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
राजा रघुवंशी की हत्या के बाद मेघालय में ILP की मांग तेज हुई.ILP से बाहरी लोगों की आवाजाही पर रोक लगेगी.मेघालय विधानसभा ने 2019 में ILP लागू करने का प्रस्ताव पास किया था.Raja Raghuwanshi Murder Case: मेघालय में इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. राजा अपनी पत्नी सोनम रघुवंशी के साथ हनीमून मनाने मेघालय आए थे लेकिन कुछ ही दिनों बाद राजा की लाश एक खाई में मिली और उनकी पत्नी सोनम पर ही हत्या का आरोप लग गया.
इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद से मेघालय में इनर लाइन परमिट (ILP) की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है. लोग सड़कों पर उतर आए हैं और नारे लगा रहे हैं — ‘ILP नहीं तो आराम नहीं!’
क्यों उठ रही है ILP की मांग?
दरअसल ILP एक तरह का परमिशन होता है. इससे बाहर के लोगों के राज्य में आने-जाने पर नजर रखी जाती है. पूर्वोत्तर के कई राज्यों में पहले से ILP लागू है ताकि वहां की संस्कृति, स्थानीय लोगों की पहचान और जमीन को बाहरी लोगों से बचाया जा सके.
मेघालय में यह सिस्टम अब तक लागू नहीं है. इसलिए राज्य के संगठन चाहते हैं कि बिना परमिट कोई बाहरी व्यक्ति अंदर न आ सके. राजा रघुवंशी की हत्या के बाद लोगों को लगता है कि ILP लागू होने से ऐसे मामलों पर कुछ हद तक रोक लग सकती है.
क्या है इनर लाइन परमिट (ILP)?
इनर लाइन परमिट यानी ILP एक तरह की आधिकारिक अनुमति होती है जो भारत के कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में लागू है. इसके तहत अगर कोई बाहरी व्यक्ति यानी उस राज्य का स्थायी निवासी नहीं वहां घूमने या काम करने जाता है तो उसे पहले सरकार से परमिट लेना पड़ता है. इसका मकसद है स्थानीय जनजातीय लोगों की संस्कृति, जमीन और पहचान को बाहरी लोगों से बचाना. फिलहाल अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम और मणिपुर जैसे राज्यों में यह सिस्टम पहले से लागू है. लेकिन मेघालय में अब तक इसे मंजूरी नहीं मिल पाई है. अब राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद लोग इसे तुरंत लागू करने की मांग कर रहे हैं.
कब से उठ रही है ILP की मांग?
मेघालय विधानसभा ने 2019 में सर्वसम्मति से ILP लागू करने का प्रस्ताव पास किया था. लेकिन अब तक केंद्र सरकार की तरफ से इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ. अब राजा रघुवंशी की हत्या के बाद इस मुद्दे ने फिर तूल पकड़ लिया है.
शुक्रवार को हाइनीवट्रेप यूथ काउंसिल (HYC) के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि राज्य सरकार को दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से जल्द ILP की मंजूरी लेनी चाहिए.
सरकार का क्या कहना है?
राज्य के कैबिनेट मंत्री पॉल लिंगदोह ने लोगों से संयम रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सरकार भी चाहती है कि राज्य में शांति बनी रहे और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. लेकिन इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करना होगा.
क्या है राजा रघुवंशी मर्डर केस?
2 जून को राजा का शव पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में खाई से बरामद हुआ. वह अपनी पत्नी सोनम के साथ मेघालय घूमने आए थे. जांच में शक पत्नी पर ही गया और सोनम फरार हो गई. 7 जून को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. पुलिस ने हत्या में शामिल चार और लोगों को भी पकड़ा है. पूछताछ जारी है कि आखिर इस पूरे मर्डर प्लान के पीछे क्या कहानी थी.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi