गोली नहीं चलेगी, गदर नहीं मचेगा, फिलहाल सहमति पर कायम पाक

10 hours ago

Last Updated:May 15, 2025, 23:59 IST

DGMO TALKS: 6-7 मई की रात भारत ने PoK और पाक पंजाब में आतंकी ढांचों पर सटीक हवाई कार्रवाई की थी. दोनों देशों के बीच 4 दिन तक सैन्य तनाव रहा. इसके बाद 10 मई को दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान की ओर से डीजीएमओ स्तर की ब...और पढ़ें

गोली नहीं चलेगी, गदर नहीं मचेगा, फिलहाल सहमति पर कायम पाक

सीमा पर फिलाहल शांति

हाइलाइट्स

भारत-पाकिस्तान के बीच 10 मई से फायरिंग रोकने पर सहमति बनी.सीजफायर 18 मई तक बहाल रहेगा, पाकिस्तान ने पुष्टि की.भारत-पाकिस्तान के बीच DGMO स्तर पर हॉटलाइन बातचीत जारी रहेगी.

DGMO TALKS: 10 मई की शाम 5 बजे से भारत और पाकिस्तान के बीच सभी तरह की फायरिंग और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी. पिछले कुछ दिनों से सीमाओं पर जो तनाव था, वह अब धीरे-धीरे शांत होता नजर आ रहा है. दोनों देशों की सेनाओं ने तय किया है कि वे विश्वास बहाली के उपाय जारी रखेंगे. पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में बताया कि बुधवार और गुरुवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच वार्ता हुई. अब 18 मई तक सीजफायर बहाल रहेगा.

भारत की तरफ से वार्ता की पुष्टि नहीं
पाकिस्तान के दावे के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के DGMO की बात हुई और सीजफायर रविवार तक बढ़ाया गया. लेकिन भारत की तरफ से DGMO की वार्ता पर फिलहाल कुछ नहीं कहा गया. सेना के मुताबिक, 10 मई को दोनों DGMO के बीच बनी समझ के मुताबिक LoC पर किसी भी तरह की आक्रामकता या शत्रुतापूर्ण कार्रवाई न करने की प्रतिबद्धता को जारी रखने पर चर्चा हुई थी. सबसे महत्वपूर्ण समझौते में एक था कि एक भी गोली न चलाने पर सहमति बनी. इसके अलावा, तनाव के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान की तरफ से जो फॉर्वर्ड लोकेशन पर सैन्य तैनाती बढ़ाई गई थी, उसे कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने पर सहमति बनी थी.

खून और पानी नहीं बहेगा साथ
पहले पाक को लेकर भारत की नीति साफ थी कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. पहलगाम हमले के बाद  यह भी साफ कर दिया कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा. दोनों देशों के राजनयिक रिश्ते और सीमित हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, भारत पाकिस्तान से सिर्फ DGMO स्तर की सीधी बातचीत करेगा, कोई राजनीतिक बातचीत फिलहाल नहीं होगी. बातचीत भी सिर्फ हॉटलाइन पर होगी. भारत और पाकिस्तान के बीच कई स्तर पर हॉटलाइन मौजूद है. जहां पर हॉटलाइन का फोन लगा होता है, वहां हमेशा ड्यूटी अफसर मौजूद रहते हैं. किसी भी संदेश को सेना के वरिष्ठ अफसरों के माध्यम से ड्यूटी अफसर तक भेजा जाता है, जो पाकिस्तान के हॉटलाइन प्वाइंट पर मौजूद ड्यूटी अफसर को संदेश देता है. फिर वह संदेश वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया जाता है. कमांड स्तर पर डायरेक्ट हॉटलाइन नहीं है. DGMO स्तर पर दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच डायरेक्ट हॉटलाइन है. इसमें सीधे भारतीय DGMO ऑफिस में ड्यूटी ऑफिसर के जरिए बातचीत का संदेश भेजा जाता है. फिर तय समय पर बातचीत होती है.

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