Last Updated:July 01, 2025, 10:09 IST
Odisha Officer Assaulted: भुवनेश्वर नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर रत्नाकर साहू पर ऑफिस में घुसकर हमला हुआ. वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई की म...और पढ़ें

BMC ऑफिस में मारपीट का वीडियो वायरल
हाइलाइट्स
भुवनेश्वर में BMC अफसर पर ऑफिस में घुसकर हमला हुआ.वीडियो वायरल होने पर मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया.तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं.ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में सोमवार को उस समय हंगामा मच गया जब नगर निगम (BMC) के एडिशनल कमिश्नर रत्नाकर साहू पर उनके ऑफिस में ही हमला कर दिया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में कुछ लोग साहू को घसीटते और मारते हुए दिख रहे हैं.
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने साफ कहा कि दोषी चाहे कितने भी ताकतवर क्यों न हों, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अब तक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
I am utterly shocked seeing this video.
Today, Shri Ratnakar Sahoo, OAS Additional Commissioner, BMC, a senior officer of the rank of Additional Secretary was dragged from his office and brutally kicked and assaulted in front of a BJP Corporator, allegedly linked to a defeated… pic.twitter.com/yf7M3dLt9C
अफसरों ने किया विरोध, मुख्यमंत्री से मुलाकात
हमले के बाद ओडिशा एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (OAS) एसोसिएशन के सदस्यों ने देर रात मुख्यमंत्री से मुलाकात की. BMC के कर्मचारियों ने सुरक्षा की मांग करते हुए काम का बहिष्कार कर दिया था और धरने पर बैठ गए थे. मुख्यमंत्री के समझाने और सख्त कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद अफसरों ने सामूहिक छुट्टी की योजना को फिलहाल टाल दिया.
नवीन पटनायक ने जताया गहरा दुख
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने इस हमले पर गहरा दुख जताया और इसे ‘बर्बर हमला’ करार दिया. उन्होंने कहा, “मैं इस वीडियो को देखकर बेहद स्तब्ध हूं. रत्नाकर साहू जैसे सीनियर अफसर को ऑफिस से घसीटकर, BJP पार्षद की मौजूदगी में पीटा गया. यह शर्मनाक है और इसकी सख्त निंदा होनी चाहिए.”
पटनायक ने उठाए गंभीर सवाल
नवीन पटनायक ने मुख्यमंत्री से तुरंत और उदाहरण पेश करने वाली कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि एफआईआर में जिन लोगों के नाम हैं, उन्होंने अपराधियों जैसी हरकत की है. “अगर एक सीनियर अफसर अपने ऑफिस में सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी सरकार से कैसी सुरक्षा की उम्मीद करेगा?” उन्होंने सवाल उठाया.
अफसर का बयान: गाड़ी में बैठाने की भी कोशिश की
रत्नाकर साहू ने बताया कि उनके पास चार-पांच लोग आए थे, जिनके साथ पार्षद जीवन राउत भी थे. उन्होंने पूछा कि क्या उन्होंने बीजेपी नेता जगन्नाथ प्रधान के साथ बदसलूकी की है. साहू ने इनकार किया, लेकिन इसके बाद उन्हें गालियां दी गईं, ऑफिस से बाहर घसीटा गया और मारा-पीटा गया. यहां तक कि जबरदस्ती उन्हें गाड़ी में बिठाकर ले जाने की भी कोशिश की गई.