Last Updated:March 08, 2025, 23:04 IST
Tariff War: डोनाल्ड ने दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद आक्रामक तरीके से अपनी नीतियों को अमल में ला रहे हैं. इसके तहत उन्होंने टैरिफ वॉर छेड़ दिया है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर से निपटने के लिए भारत ने अपना प्लान तैयार कर लिया है.
हाइलाइट्स
डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर छेड़ रखा हैभारत ने अपना प्लान तैयार कर लियाचीन और कनाडा का जवाबी एक्शननई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप ने जबसे अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभाला है, कई ऐसी घोषणाएं की हैं जिनका पूरी दुनिया पर असर पड़ रहा है. खासकर उनके टैरिफ वॉर ने दुनियाभर के देशों को हिला कर रख दिया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने सीधे तौर पर कहा है कि जो भी देश अमेरिकी सामान पर जितना इंपोर्ट टैरिफ लगाएगा, उनकी ओर से भी उतना ही शुल्क लगाया जाएगा. ट्रंप सरकार के इस रवैये से कई देश खासकर डेवलपिंग कंट्रीज पर व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका गहराने लगी है. उन्होंने भारत को लेकर भी कई बार मुखर होकर बयान दिया है, ऐसे में यहां भी असर पड़ने की बात कही जाने लगी है. भारत बड़ी मात्रा में अपने प्रोडक्ट अमेरिका को एक्सपोर्ट करता है, लिहाजा ज्यादा टैरिफ लगाने से निगेटिव असर पड़ने के आसार गहराने लगे हैं. तमाम आशंकाओं के बीच भारत ने पुख्ता प्लान तैयार कर लिया है, जिससे ट्रंप के टैरिफ वॉर का असर इंडिया पर मामूली तौर पर पड़ने की संभावना है.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बड़ा बयान दिया है. उनसे जब भारत की ओर से टैरिफ घटाने के राष्ट्रपति ट्रंप के दावे पर सवाल पूछा गया ता उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर फिलहाल दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है. विक्रम मिसरी ने कहा, ‘ट्रेड और टैरिफ को लेकर अमेरिका से जिस तरह की बातें आ रहीं हैं, उसपर यही कहा जा सकता है कि इन मसलों पर अपने तरीके से चर्चा चल रही है. जाहिर है कि अलग-अलग देश इस पर अलग-अलग प्रतिक्रिया देंगे. हम भी इस बारे में विचार कर रहे हैं. हाल के दिनों में हम कई देशों के साथ बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर वार्ता कर रहे हैं और अमेरिका से भी बातचीत अभी जारी है.’
भारत का प्लान
सूत्रों ने बताया कि फरवरी 2025 में भारत और अमेरिका ने पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण पर बातचीत करने पर सहमति व्यक्त की थी. पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए सीनियर रिप्रेजेंटेटिव को नामित करने पर सहमति व्यक्त की थी. उन्हें बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने और सप्लाई चेन इंटीग्रेशन को गहरा करने की दिशा में काम करना था. इसके अनुसार, कॉमर्स और इंडस्ट्री मामलों के मिनिस्टर के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 3-6 मार्च 2025 तक वाशिंगटन का दौरा किया. इसने अमेरिकी वाणिज्य सचिव, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि और उनकी टीमों के साथ बातचीत की. पीएम मोदी की वॉशिंगटन यात्रा के दौरान टैरिफ और व्यापार के अन्य पहलुओं पर मुख्य रूप से चर्चा हुई थी.
टैरिफ पर पहले से ही चल रही है बात
गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के अपने-अपने हित हैं. बता दें कि ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान भी दोनों देशों के बीच सीमित व्यापार समझौते के बारे में चर्चा हुई थी. विभिन्न वजहों से इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका था. सूत्रों का कहना है कि चूंकि चर्चा अभी शुरू हुई है, इसलिए इसके ब्योरे के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी. भारत ने हाल ही में संपन्न पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौतों के तहत ऑस्ट्रेलिया, UAE, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे आदि जैसे प्रमुख विकसित देशों के लिए अपने एवरेज टैरिफ को काफी कम कर दिया है. इसी तरह की बातचीत वर्तमान में यूरोपीय संघ और UK सहित अन्य भागीदारों के साथ चल रही है. अमेरिका के साथ चल रही चर्चाओं को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 08, 2025, 23:04 IST