Israel Iran War: ईरान और इजरायल पिछले 10 दिनों से युद्ध कर रहे हैं. इस युद्ध अबतक 400 से ज्यादा ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है. वहीं अब इस जंग में अमेरिका ने भी एंट्री ले ली है. बता दें कि अमेरिकी वायुसेना ने ईरान के 3 न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया है. इनमें नतांज, फोर्डो और इस्फहान शामिल है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की पुष्टि करते हुए इसे सफल बताया है.
ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमला
ट्रंप ने हमले को लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर जानकारी शेयर की है. उन्होंने लिखा,' हमने ईरान में 3 न्यूक्लियर साइट्स फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर सफल हमला किया है. हमले के बाद सभी एयरक्राफ्ट अब ईरान के एयर स्पेस से बाहर निकल चुके हैं. फोर्डो के परमाणु ठिकाने पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया है. सभी विमान सुरक्षित लौट रहे हैं. हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई. दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी. अब शांति का समय है! इस मुद्दे पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद.'
ईरानी मीडिया ने की पुष्टि
ईरानी मीडिया की ओर से डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु ठिकानों पर हमले के दावों की पुष्टि की गई है. ईरान की सेमी ऑफीशियल मेहर न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने उन तीन परमाणु स्थलों को खाली कर दिया है, जहां पर अमेरिका की ओर से हमला किया गया था. ईरान के क्षेत्रीय अधिकारियों ने भी फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमलों की पुष्टि की है. कोम क्षेत्र के क्राइसिस मैनेजमेंट के प्रवक्ता ने कहा,' कुछ घंटे पहले कोम एयर डिफेंस सिस्टम के एक्टिव होने और शत्रुतापूर्ण लक्ष्यों की पहचान के बाद फोर्डो परमाणु स्थल के क्षेत्र के एक हिस्से पर दुश्मन की वायु सेनाओं ने हमला किया.'
B-2 बॉम्बर्स विमानों का किया गया इस्तेमाल
बताया जा रहा है कि अमेरिका की ओर से ईरान के इन न्यूक्लियर साइट्स को टारगेट करने के लिए B-2 बॉम्बर्स विमानों का इस्तेमाल किया गया था. ऐसा इसलिए क्योंकि हमले से कुछ समय पहले ही अमेरिका के अपने ताकतवर B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स को मिसूरी के व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से गुआम के लिए रवाना करने की खबर आई थी. ईरान पर हमले की आशंका उसी समय तेज हो गई थी. बता दें कि गुआम अमेरिका का पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित एक महत्वपूर्ण सैन्य ठिकाना है, जो मिडिल ईस्ट के बेहद करीब है.