Last Updated:January 11, 2025, 14:09 IST
बांग्लादेश में इस वक्त मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार है. शेख हसीना सरकार के जाने के बाद उन्हें देश की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बांग्लादेश लगातार भारत के खिलाफ मोर्चा खोले बैठा है. भारत के IMD ने बांग्लादेश के मौसम विभाग को निमंत्रण भेजा था.
यूनुस की हेकड़ी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. (File Photo)
हाइलाइट्स
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत के खिलाफ मोर्चा खोले बैठी है.मोहम्मद यूनुस के विभाग ने भारत के न्योते को ठुकरा दिया है.भारत के IMD ने बांग्लादेश के मौसम विभाग को न्योता भेजा था.नई दिल्ली. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ मोहम्मद यूनुस जब से सत्ता में आए हैं भारत के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हैं. हाल ही में खुद बांग्लादेश के आर्मी चीफ को सामने आकर कहना पड़ा कि भारत हमारा अच्छा मित्र देश है. हम बहुत सारी चीजों पर भारत पर निर्भर हैं. इसके बावजूद भी यूनुस थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा घटना में यूनुस सरकार ने भारतीय मौसम विभाग के एक कार्यक्रम में अपना डेलीगेशन भेजने से ही इनकार कर दिया. इसके पीछे वजह दी गई कि वो बांग्लादेश की करेंसी टका को फिजूल में खर्च नहीं करना चाहते हैं. करेंसी की बचत के मकसद से यह निर्णय लिया गया है.
बांग्लादेश के अधिकारियों ने सरकारी खर्च पर गैर-जरूरी विदेश यात्रा करने पर लगीं पाबंदियों का हवाला देते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की 150वीं वर्षगांठ से जुड़े समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है. बांग्लादेश मौसम विभाग (BMD) के कार्यवाहक निदेशक मोमिनुल इस्लाम ने शुक्रवार को एक महीने पहले आईएमडी से निमंत्रण मिलने की पुष्टि करते हुए कहा, ‘भारत मौसम विभाग ने हमें अपनी 150वीं वर्षगांठ से जुड़े समारोह में आमंत्रित किया है. हमारे उनके साथ अच्छे संबंध हैं और दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा.’ इस्लाम ने ‘बीडीन्यूज 24’ से कहा, ‘हालांकि, हम इस कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं क्योंकि सरकारी खर्च पर गैर-जरूरी विदेश यात्राओं को सीमित करना एक दायित्व है.’ उन्होंने दोनों देशों के मौसम विभागों के बीच नियमित संपर्क पर जोर दिया और भारतीय मौसम विज्ञानियों के साथ एक अलग बैठक के लिए 20 दिसंबर 2024 की अपनी हालिया भारत यात्रा का उल्लेख किया.
IMD के कार्यक्रम में पाकिस्तान भी शामिल
आईएमडी ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव समेत कई पड़ोसी देशों और मध्य एशिया व दक्षिण पूर्व एशिया के देशों को आमंत्रित किया है. आईएमडी के एक शीर्ष अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘हमने उन सभी देशों से इस महोत्सव में शामिल होने को कहा है, जो आईएमडी की शुरुआत के समय (150 साल पहले) भारत का हिस्सा थे. पाकिस्तान पहले ही इस आयोजन में शामिल होने के लिए सहमत हो गया है, लेकिन बांग्लादेश ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.’
क्यों किया गया था मौसम विभाग का गठन?
ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान 1875 में स्थापित, आईएमडी की स्थापना विनाशकारी मौसम संबंधी घटनाओं के बाद की गई थी, जिसमें 1864 में कोलकाता में आए चक्रवात और उसके बाद 1866 व 1871 में मानसून से संबंधित आपदाएं शामिल थीं. शुरुआत में आईएमडी का मुख्यालय कोलकाता में था. 1905 में यह शिमला, 1928 में पुणे और अंततः 1944 में दिल्ली स्थानांतरित हुआ. विभाग आधिकारिक तौर पर 15 जनवरी, 2025 को 150वीं वर्षगांठ मनाएगा.