Agency:News18Hindi
Last Updated:February 21, 2025, 12:18 IST
बांग्लादेश के बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्सेज के डायरेक्टर भारत में सेना के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. मीडिया के एक सवाल में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हमले नहीं हुए हैं. उन्होंने अल्पसंख्यकों क...और पढ़ें

ये है बांग्लादेश का असली रंग.
हाइलाइट्स
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले नहीं हुए: बीजीबी सेना प्रमुख.बांग्लादेश ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए है.दुर्गा पूजा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित हुई: सिद्दीकी.बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड (बीजीबी) के महानिदेशक मोहम्मद अशरफज्जमां सिद्दीकी गुरुवार को भारत थे. वह 17 फरवरी से 20 फरवरी तक बीजीबी और भारत के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बीच राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित 55वें महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे. इस आयोजन के समापन पर उन्होंने ऐसी बात कही जिसे गाल बजाने के सिवा कुछ नहीं कह सकते हैं. दरअसल, उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार को लेकर साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमले नहीं हुए हैं.’ पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों बलों की यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी.
बैठक की समाप्ति के बाद अशरफज्जमां ने कहा कि शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि उनके देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरों को ‘बढ़ा चढ़ाकर’ पेश किया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित हुए सिद्दीकी ने कहा कि उनके देश के अधिकारियों ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने उदाहरण दिया कि उनकी सेना ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपने अधिकार क्षेत्र के आठ किलोमीटर के भीतर दुर्गा पूजा पंडालों को ‘व्यक्तिगत रूप से’ सुरक्षा प्रदान की है. पिछले वर्ष अगस्त में बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों सेनाओं की यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी.
शांतिपूर्ण दुर्गा पूजा
सिद्दकी ने कहा, ‘हाल के दिनों में अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों के बारे में मैं कहूंगा कि इसे काफी बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया. मैं ईमानदारी से कहूं तो अल्पसंख्यकों पर ऐसे हमले नहीं हुए.’ बीजीबी प्रमुख ने कहा, ‘इसका प्रमाण हाल में आयोजित दुर्गा पूजा है, जो सबसे शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित हुआ. यह व्यवस्थित हिंदू त्योहारों में से एक था. बांग्लादेश की कानून एजेंसियों को सरकार से बहुत सख्त हिदायत मिली थी कि हिंदू समुदाय इसे…(अनुष्ठान को) पूरा कर सके.’
हमने सुरक्षा प्रदान की
सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें ‘(अल्पसंख्यक समुदाय से) कई अनुरोध प्राप्त हुए, अक्सर ये अनुरोध बिना किसी भय या धमकी के किए जाते थे. यहां तक कि जब कोई ठोस बात (अल्पसंख्यकों के खिलाफ धमकी के संबंध में) नहीं होती तब भी हमने सुरक्षा प्रदान की.’ सिद्दीकी ने कहा कि ऐसी खबरें मीडिया में अधिक आती हैं, जिसके बाद नेता टिप्पणी करने से खुद को रोक नहीं पाते हैं. उन्होंने कहा कि पांच अगस्त (2024 में हसीना सरकार का पतन) के बाद शुरुआती कुछ महीनों के दौरान ऐसी घटनाएं हुई थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 21, 2025, 12:13 IST