Last Updated:March 29, 2025, 14:11 IST
Myanmar Earthquake : म्यांमार में एक दिन पहले ही 7.7 की तीव्रता का भीषण भूकंप आया था. इस प्राकृतिक आपदा में एक हजार से ज्यादा लोग म्यांमार में मारे जा चुके हैं. पीएम मोदी ने आज म्यांमार के आर्मी ...और पढ़ें

पीएम ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया. (File Photo)
हाइलाइट्स
पीएम मोदी ने म्यांमार के आर्मी चीफ से बात की.भारत ने म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी.म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप से 1000 से अधिक मौतें.Myanmar Earthquake : म्यांमार में आए भीषण भूकंप के एक दिन बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश के सैन्य प्रमुख जनरल मिन आंग ह्लाइंग से फोन पर बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार में आए भीषण भूकंप से हुई क्षति पर गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि भारत इस कठिन समय में म्यांमार के साथ खड़ा है. म्यांमार में इस वक्त सैन्य शासन है. पीएम म्यांमार के आर्मी चीफ को फोन मिलाने से पहले ही अपने इस पड़ोसी देश को भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए इस्तेमाल होने वाली राहत सामज्ञी भेज चुके थे. पीएम ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि जब भारत के पड़ोस में कोई आफत आएगी तो वो सबसे पहले मदद के लिए खड़े रहेंगे.
म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था. इस आपदा में अबतक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. म्यांमार के अलावा थाईलैंड में भी भूकंप के बाद भारी नुकसान हुआ है. पीएम मोदी ने जनरल ह्लाइंग से हालात और नुकसान का अपडेट लिया. उन्होंने भारत की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. भारत ने पहले ही 15 टन राहत सामग्री भेजी है, जिसमें टेंट, कंबल, दवाइयां और खाद्य सामग्री शामिल हैं.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर भी चिंता जाहिर की और लिखा, “म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं. सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं. भारत हरसंभव सहायता देने को तैयार है.” यह स्पष्ट है कि भारत म्यांमार की मदद के लिए तत्पर है और स्थिति पर नजर रख रहा है. म्यांमार की सैन्य सरकार ने भी भारत के सहयोग की सराहना की है. यह कदम भारत की नीति को दर्शाता है, जिसमें वह आपदाओं के दौरान अपने पड़ोसियों के साथ एकजुटता दिखाता है. म्यांमार के हालात अभी भी गंभीर हैं और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं.
First Published :
March 29, 2025, 13:51 IST