पाक जितने वॉरशिप दुनिया भर से जुटा ना सका, उससे दोगुने से भारत ने अभ्यास किया

1 month ago

Last Updated:March 07, 2025, 19:44 IST

TROPEX- 2025: इंडियन ओशन रीजन में चीन के बढ़ते दखल और छोटे देशों पर कर्ज़ के जरिये वो जमीन हड़पने की प्लान पर काम कर रहा है. हिंद महासागर क्षेत्र में भी उसकी मौजदगी बढ़ी है. पाकिस्तान की नौसेना को आकार चीन ही द...और पढ़ें

पाक जितने वॉरशिप दुनिया भर से जुटा ना सका, उससे दोगुने से भारत ने अभ्यास किया

नौसेना का TROPEX-25 अभ्यास देख चीन-पाक परेशान

हाइलाइट्स

भारतीय नौसेना ने TROPEX-2025 अभ्यास किया.TROPEX-2025 में 65-70 नेवल वॉरशिप शामिल हुए.अभ्यास में भारतीय वायुसेना और कोस्टगार्ड भी शामिल रहे.

TROPEX- 2025: साल 2025 का आगाज पाकिस्तान ने अपनी सबसे बड़ी मल्टीनेशनल नौसैन्य अभ्यास अमन 2025 से की. पाकिस्तान भारत को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में था. बड़ी मुश्किल से पाकिस्तान ने 50 देशों को अपने यहां लाने में सफल रहा. 7 फरवरी से 11 फरवरी तक चले इस अभ्यास में चीन के साथ साथ ताजा दोस्त बने बांग्लादेश भी पहुंचा था. चौकाने वाली बात तो यह रही कि सिर्फ 13 वॉशिप और 3 एयरक्राफ्ट ही आमंत्रित देश अपने साथ लेकर पहुंचे. उसी वक्त अरब सागर में एक और सैन्य अभ्यास को अंजाम दिया जा रहा था. यह अभ्यास था भारतीय नौसेना का थियोटर लेवल अभ्यास TROPEX-2025. जितने वॉरशिप पाकिस्तान दुनिया के तमाम देशों को न्योता देकर नहीं जुटा सका, उससे कई गुना ज्यादा से तो भारत ने अकेले अपने अभ्यास को अंजाम दिया.

पाक रह गया दंग
थियेटर लेवल ऑप्रेशनल रेडिनेस एक्सरसाइज TROPEX -25 जनवरी में शुरू हुआ और मार्च के पहले हफ्ते तक जारी रहा. इस अभ्यास को बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर के इलाके में अंजाम दिया गया. इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के 65-70 नेवल वॉरशिप, 9-10 सबमरीन और 70 अलग अलग तरह के एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया. भारतीय नौसेना के साथ साथ भारतीय वायुसेना और कोस्टगार्ड भी शामिल रहे. इसमें सुखोई-30, जैगुआर, C-130 सुपर हर्क्यूलिस, फ्लाइट रिफ्यूलर, AWACS एयरक्राफ्ट शामिल थे. सेना के 600 इंफेंट्री ट्रूप और कोस्ट गार्ड के 10 शिप भी इस पूरे अभ्यास मे अपनी ताकत का लोहा मनवाते रहे. इस पूरे अभ्यास में भारतीय नौसेना ने अगल अलग वॉर प्लान तैयार किया और फिर उस पर अमल किया. इस अभ्यास में स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत भी शामिल हुआ

ब्लू वॉटर में भारत की ताकत
समंदर भविष्य की जंग का मैदान होगा. भारत की पोजिशन ऐसी है कि चीन को तो हिंद महासागर क्षेत्र से होकर ही गुजरना होगा. लगातार बढ़ती चीन की आक्रमक्ता और चीन के साथ बढ़ता रक्षा सहयोग को भारत आईना दिखाता रहा है. TROPEX अभ्यास उसी में से एक है. इस अभ्यास में सेना के तीनों अंगों ने साझा असॉल्ट अभ्यास को अंजाम दिया. इस अभ्यास में साइबर एंड इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और लाइव फायरिंग और एम्फिबियस ऑपरेशन AMPHEX अभ्यास के जरिए अपनी तैयारियों को परखा गया. AMPHEX का हिस्सा 12 जनवरी से 31 जनवरी तक कारवार नेवल बेस पर किया गया. इसमें नौसेना, वायुसेना और थलसेना के सैनिकों और प्लेटफॉर्म ने हिस्सा लिया. नौसेना के सबसे बड़े लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक INS जलाश्व के अलावा कई बड़े एंफीबियस शिप, लैंडिंग शिप INS घडियाल और केसरी, लैंडिंग क्राफ्ट, मरीन कमांडो, हैलिकॉप्टर और एयरक्रफ्ट ने हिस्सा लिया तो वही थलसेना के स्पेशल फोर्स, टैंक, तोप और ऑर्मर्ड वेहिक्ल भी शामिल हुए.

ऐसे दिया गया ऑपरेशन को अंजाम
INS जलअश्व को तट के करीब डॉक किया गया और उससे समुद्र में लैंडिंग क्राफ्ट समुद्र में उतरे और तट की तरफ तेजी बढ़े.  फिर इनमें से एक कर के सेना के इंफेंट्री कॉंबेट वेहिक्ल, टैंक निकल कर पानी को चीरते हुए तट पर पहुंचे और धावा बोल दिया. नौसेना के हैलिकॉप्टर से भी लगातार मरीन कमांडो और सेना के स्पेशल फोर्स के कमॉडों आईलैंड टैरेटरी पर उतरे और धावा बोल दिया. इस तरह के अभ्यास को उस जगह पर अंजाम दिया जाता है जहां पर जाना के लिए सड़क या जमीन न हो. आईलैंड टैरेटरी जो कि पानी से चारों तरफ़ से घिरा और वहां पानी के रास्ते ही बस पहुंचा संभव हो. चीन ने भी ताइवान पर कब्जे के लिए इसी तरह का प्लान बनाया हुआ है. भविष्य कभी चीन अगर भारतीय द्वीपों पर कोई दुस्साहस करने की कोशिश करता है तो ये उसके जवाब की तैयारी है.

First Published :

March 07, 2025, 19:44 IST

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