Last Updated:November 01, 2025, 15:45 IST
Vadodara News: वडोदरा पुलिस भवन में एक शख्स ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर हड़कंप मचा दिया. जांच में पता चला कि वह राजमिस्त्री है और फर्जी पहचान पत्रों के सहारे पहुंचा था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया है.
वडोदरा पुलिस भवन में खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाला शख्स गिरफ्तार. न्यूज18 गुजराती
Vadodara News: वडोदरा के पुलिस भवन में मंगलवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब एक शख्स ने खुद को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का अधिकारी बताकर अंदर एंट्री मारी. वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने की बात कहते हुए उसने अपनी पहचान सीबीआई अफसर के रूप में बताई और आत्मविश्वास से फर्जी कार्ड भी दिखाए. कुछ देर तक पुलिस भी उलझन में रही कि मामला क्या है. लेकिन तभी शक की सुई घूमी और पूरा सच सामने आ गया.
दरअसल वह शख्स कोई सीबीआई अधिकारी नहीं बल्कि एक राजमिस्त्री निकला, जिसने फर्जी पहचान के सहारे पुलिस भवन तक पहुंच बनाई थी. जब जांच शुरू हुई तो सबूतों ने उसका असली चेहरा बेनकाब कर दिया. आरोपी का नाम घनश्याम भानजी संघानी है, जो वडोदरा का रहने वाला है. उसके पास से कई फर्जी पहचान पत्र मिले, जिन पर कभी “CBI प्रेस”, तो कभी “CID ट्रस्ट” लिखा था.
पुलिस को दी चुनौती
वडोदरा पुलिस के मुताबिक घनश्याम संघानी बड़े आत्मविश्वास के साथ पुलिस भवन में दाखिल हुआ था. उसने रिसेप्शन पर कहा कि वह दिल्ली सीबीआई मुख्यालय से आया है और वरिष्ठ अधिकारियों से जरूरी मुलाकात करनी है. लेकिन उसके व्यवहार और बातचीत में कई विरोधाभास दिखे. वडोदरा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब उससे आधिकारिक पहचान पूछी गई, तो उसने कई अलग-अलग कार्ड दिखाए जिन पर अलग-अलग संगठन के नाम थे. यहीं से अधिकारियों को शक हुआ और तुरंत सत्यापन शुरू किया गया.
‘सीबीआई प्रेस’ से लेकर ‘टीएनपी न्यूज’ तक कार्ड बरामद
जब पुलिस ने आरोपी के पास मौजूद दस्तावेजों की जांच की, तो एक-एक कर परतें खुलती चली गईं. उसके पास से दिल्ली सीबीआई का नकली पहचान पत्र, फर्जी प्रेस कार्ड, और CID ट्रस्ट, TNP News, Delhi Crime Organization जैसे कई संगठनों के पहचान पत्र मिले. सभी दस्तावेज़ कंप्यूटर से प्रिंट किए गए थे और उन पर नकली स्टैम्प लगे हुए थे. जांच में यह भी पता चला कि आरोपी लोगों को प्रभावित करने और सरकारी भवनों में घुसपैठ के लिए इन कार्डों का इस्तेमाल करता था.
राजमिस्त्री से ‘अफसर’ बनने की कहानी
पुलिस पूछताछ में घनश्याम संघानी ने कबूल किया कि वह पेशे से राजमिस्त्री है और सरकारी दफ्तरों में पहचान बनाने के लिए उसने ये कार्ड तैयार किए थे. उसके मुताबिक, इससे उसे “रुतबा” मिलता था और लोग जल्दी काम कर देते थे. लेकिन इस बार उसका खेल पुलिस भवन तक पहुंच गया. जहां सच्चाई सामने आते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
कानूनी शिकंजा: अब नहीं चलेगा फर्जी अधिकारी का ड्रामा
वडोदरा पुलिस ने चेतावनी दी है कि सरकारी विभागों में फर्जी पहचान बनाकर घुसने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने कहा कि यह सिर्फ धोखाधड़ी नहीं बल्कि कानून की गंभीर अवमानना है. आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने की धाराओं में केस दर्ज हुआ है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
November 01, 2025, 15:45 IST

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