बांग्‍लादेश के इस्‍कॉन मंदिर में इस बार किस तरह मनाई जा रही श्रीकृष्‍णजन्‍माष्‍टमी?

4 days ago

ISKCON Temple Krishna Janmashtami: ढाका के इस्कॉन मंदिर में इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. तीन दिन तक चलने वाले इस विशेष कार्यक्रम में भगवान कृष्ण और राधा रानी के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. मंदिर में सुबह से ही पूजा, कीर्तन और भजन का सिलसिला जारी है, जबकि शाम को महाभिषेक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जन्माष्टमी बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के लिए सबसे बड़े धार्मिक पर्वों में से एक है. सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा के खास इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्वक और उल्लास के साथ इस पर्व को मना सकें.

तीन दिन का भव्य कार्यक्रम

इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में कीर्तन, आरती, धार्मिक सभा और महाभिषेक जैसे आयोजन होंगे. शाम को भगवान का विशेष स्नान और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रखे गए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार सुरक्षा को लेकर सरकार और पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालु शांति से उत्सव मना सकें.

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सरकार और समुदाय का संदेश

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने जन्माष्टमी पर शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने अपने जीवन में न्याय, मानवता और शांति का संदेश दिया. जन्माष्टमी सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है. यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश में प्राचीन समय से लोग अपने-अपने धर्म का पालन करते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए हुए हैं और यही भावना देश को मजबूत करती है.

उत्सव का रंग और चुनौतियां

मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ-साथ भजन-कीर्तन, धार्मिक नाटक और कीर्तन मेला जैसे कार्यक्रम भी हो रहे हैं. यहां लगे मेले में लोग मिठाई और उपहार खरीदकर उत्सव का आनंद ले रहे हैं. दास ब्रह्मचारी ने कहा कि वे चाहते हैं कि भगवान कृष्ण हर किसी को आशीर्वाद दें और बुरे विचारों को बदलकर अच्छे में बदल दें. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अतीत में हिंदुओं और मंदिरों पर हमले हुए थे, लेकिन समुदाय ने हमेशा हिम्मत दिखाई. उन्होंने आश्वासन दिया कि हिंदू समाज बांग्लादेश में डटा रहेगा और परंपराओं को आगे बढ़ाएगा.

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