मुंबई. अगर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने सलमान खान के फ्लैट पर गोलीबारी के मामले में मुख्य संदिग्ध शुभम लोनकर की जांच की होती और उसे जाने नहीं दिया होता, तो बाबा सिद्दीकी की हत्या को रोका जा सकता था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि जून में अपराध शाखा ने सलमान खान की हत्या के मामले में संदिग्धों को शरण देने के लिए पुणे के शुभम से पूछताछ की थी. हालांकि, पुख्ता सबूतों के अभाव का हवाला देते हुए पूछताछ के बाद उसे जाने दिया गया था. सूत्रों ने बताया कि अब जांच के दौरान जब शुभम का नाम सामने आया है, तो मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर भड़क गए और उन्होंने मामले की जांच करने वाले अपराध शाखा के अधिकारियों को फटकार लगाई.
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक शुभम लोनकर का कानून के साथ उसका पहला सामना किशोरावस्था में ही हुआ था, जब उस पर अकोट पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज किया था. सात साल बाद इस साल जनवरी में अपने बड़े भाई प्रवीण के साथ हथियार और कारतूस जमा करने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया, बाद में उसे जमानत मिल गई. इस साल मई की शुरुआत में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों ने सलमान खान के बांद्रा स्थित घर पर फायरिंग की थी और क्राइम ब्रॉन्च ने गिरोह के पांच सदस्यों- विकास गुप्ता, सागर पाल, हरपाल सिंह उर्फ हैरी, रफीक चौधरी और बनवारीलाल गूजर को गिरफ्तार किया था. छठे आरोपी अनुज थापन की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. पूछताछ के दौरान पुलिस को पुणे के शुभम उर्फ शुब्बू लोनकर का नाम पता चला, जिसने आरोपियों को पनाह दी थी. सूत्रों ने बताया कि अपराध शाखा की जबरन वसूली निरोधक शाखा ने शुभम को हिरासत में लिया और उससे लंबी पूछताछ की. अपराध में उसके शामिल होने के बहुत कम सबूत मिलने के बाद उसे जाने दिया गया.
पुलिस चूक से शुभम लोनकर एक्टिव
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इस चूक ने शुभम लोनकर को एक्टिव रहने और बाद की आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने मौका मिल गया. खासकर उसने नए शूटरों की भर्ती करने और बिश्नोई गिरोह की ओर से सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची होगी. पुलिस अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में कैसे आया. शुभम ने ही सोशल मीडिया पर ट्वीट करके बिश्नोई गिरोह द्वारा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. सूत्रों ने बताया कि फरार आरोपी जीशान अख्तर बिश्नोई और शुभम के बीच की कड़ी हो सकता है, जिसकी जांच की जानी चाहिए.
लोनकर परिवार पुणे में डेयरी चलाता है
पुलिस ने बाबा सिद्दीकी पर हमले में शुभम के भाई प्रवीण की भूमिका पाए जाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है. लोनकर परिवार पुणे में दूध की डेयरी चलाता है. गिरफ्तार किए गए दो आरोपी धर्मराज कश्यप और एक अन्य वांछित आरोपी शिवकुमार गौतम लोनकर परिवार के बगल में एक कबाड़ की दुकान में काम करते थे. ‘शुभू लोनकर महाराष्ट्र’ फेसबुक पोस्ट द्वारा अब डिलीट की जा चुकी है. इस फेसबुक पोस्ट में हत्या को बिश्नोई गिरोह से जोड़ा गया था. इस पोस्ट ने नाटकीय रूप से जांच का ध्यान विदर्भ के अकोला जिले के एक अज्ञात निवरी बुद्रुक गांव के एक किसान के कट्टरपंथी बेटे की ओर मोड़ दिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार यह पोस्ट भूमिगत शुभम लोनकर ने की थी, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी. हालांकि प्रवीण को सिद्दीकी की हत्या के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन शुभम के ठिकाने के बारे में जांच एजेंसियों को कोई जानकारी नहीं है. सूत्रों ने बताया कि लोनकर भाइयों ने सिद्दीकी की हत्या की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी. इसके लिए उन्होंने पूरे भारत से हमलावरों को काम पर रखा था, उन्हें हथियार मुहैया कराए थे और रसद सहायता भी मुहैया कराई थी.
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FIRST PUBLISHED :
October 15, 2024, 22:03 IST