महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया. लेकिन इसी बीच मुख्य चुनाव आयुक्त से एक बार फिर ईवीएम को लेकर सवाल पूछ लिया गया. सवाल था कि जब लेबनान में पेजर में ब्लास्ट हो सकता है तो फिर ईवीएम में छेड़छाड़ क्यों नहीं हो सकती, आखिर वो भी तो एक सिस्टम ही है. इसका मुख्य चुनाव आयुक्त ने सीध जवाब दिया.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने ईवीएम के काम करने का तरीका बताया. उन्होंने कहा कि पेजर में ब्लास्ट हो सकता है, क्योंकि वो कनेक्टेड होती हैं. किसी न किसी नेटवर्क से उसका कनेक्शन होता है. लेकिन ईवीएम के साथ ऐसा नहीं है. ईवीएम सिंगल मशीन होती है, उसका किसी नेटवर्क, किसी इंटरनेट से कनेक्शन नहीं होता. इसलिए उसमें छेड़छाड़ की कोई गुंजाइश नहीं होती.
बता दें कि लेबनान में हजारों पेजर ब्लास्ट हुए थे, जिसमें कई लोग मारे गए थे. ज्यादातर ये पेजर हिजबुल्लाह के लड़ाके इस्तेमाल करते थे. पेजर एक ऐसी चीज होती है, जो फोन के रूप में इस्तेमाल की जाती है, जिसमें एक नेटवर्क के जरिए मैसेज का आदान-प्रदान होता है. नेटवर्क से कनेक्ट होने की वजह से सबमें एक साथ धमाका किया जा सकता है.
चुनाव आयोग पहले भी ईवीएम को लेकर जवाब दे चुका है. भारत में जो ईवीएम इस्तेमाल की जाती हैं, वो कस्टम डिजाइन्ड होती हैं और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से कनेक्टेड नहीं होतीं. कोई वाई-फाई, ब्लूटूथ, इंटरनेट से इन्हें कनेक्ट नहीं किया जा सकता. इनमें फैक्टरी-प्रोग्राम्ड कंट्रोलर्स होते हैं जिन्हें फिर से प्रोग्राम नहीं किया जा सकता. इसलिए इन्हें हैक करने का कोई रास्ता नहीं है.
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FIRST PUBLISHED :
October 15, 2024, 16:36 IST