नई दिल्ली. राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ भी नहीं कहा जा सकता. चाय बेचने वाला शख्स प्रधानमंत्री बन जाता है. झुग्गियों में रहकर काम करने वाला आदमी मुख्यमंत्री बन जाता है. लेकिन, राजनीति में जमीन खिसकते भी देर नहीं लगती और कालीन बिछाने में भी समय नहीं लगता. राजनीति में किस्मत अगर मेहरबान हो जाए तो तुरंत ही राजयोग शुरू हो जाता है. खासकर, बीजेपी में हाल के वर्षों में कई ऐसे शख्स को राजयोग मिला है, जो पार्टी में सबसे आखिरी पंक्ति में बैठता था. बीजेपी आलाकमान ने एक ऐसे ही शख्स को दिल्ली बीजेपी का प्रभारी बनाया है. कहा जा रहा है कि अगर यह प्रयोग सफल रहा तो आने वाले दिनों में दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के लिए मुश्किल खड़ी होने वाला है.
आपको बता दें कि बीजेपी में मोदी युग की जब से शुरुआत हुई है कई ऐसे चेहरे सामने आए हैं, जो बीजेपी में थे तो जरूर लेकिन दिखने नहीं थे. ये चेहरे कहीं न कहीं गुमनामी में यूं कहें कि ज्यादा हाईलाइटेड नहीं थे. लेकिन, अमित शाह और मोदी की पारखी नजरों ने उन चेहरों को अचनाक ही राष्ट्रीय पटल पर ला दिया. हाल ही में बीजेपी ने एक ऐसे चेहरे को राष्ट्रीय पटल पर लाया है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि उस शख्स ने देश में 24 साल से जमे एक मुख्यमंत्री को जड़ से उखाड़ फेंका. अब उस शख्स पर दिल्ली में 10-11 साल से जमे अरविंद केजरीवाल को उखाड़ने की जिम्मेदारी मिली है.
ओडिशा का शख्स दिल्ली हिलाएगा
दरअसल ओडिशा के केंद्रपड़ा सीट से लोकसभा के सांसद बैजयंत पांडा को दिल्ली बीजेपी का प्रभारी नियुक्त किया गया है. हाल ही में बैजयंत पांडा की कुशल रणनीति की वजह से ही ओडिशा में 24 साल से जमी-जमाई नवीन पटनायक की सरकार का अस्त हो गया. आपको बता दें कि दिल्ली के पिछले नगर निगम चुनाव में भी बिजयंत पांडा ने ही बीजेपी की इज्जत बचाई थी. सभी लोग मान रहे थे कि बीजेपी की हालत खराब हो जाएगी, लेकिन पांडा की कुशल रणनीति की वजह से बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर दी.
एमसीडी चुनाव में कर चुके हैं खेला
इसी विश्वास के साथ बीजेपी ने पांडा को दिल्ली बीजेपी का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है. पांडा पहले से ही दिल्ली प्रदेश भाजपा प्रभारी के पद पर थे. हरियाणा जीत से उत्साहित बीजेपी अब नए-नए प्रयोग कर रही है. बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अभी से ही प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है. इसी प्लान के तहत बैजयंत पांडा को दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रभारी और गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग को सहप्रभारी बनाया गया है.
आपको बता दें कि मोदी सरकार के आने के बाद बीजेपी में अर्श पर बैठा आदमी भी फर्श पर बैठ जाता है. वहीं, सालों से फर्श पर बैठा आदमी अचानक अर्श पर आकर बैठ जाता है. मनोहर लाल खट्टर, डॉ मोहन यादव, भजनलाल शर्मा, बिप्लब कुमार देब, भूपेंद्रभाई पटेल और नयाब सैनी इसके ताजा उदाहरण हैं. इसी कड़ी में एक बड़ा नाम बैजयंत पांडा का नाम भी जुड़ गया है, जिस पर बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने काफी भरोसा किया है. दिल्ली में अगले साल फरवरी-मार्च में चुनाव संभावित हैं. ऐसे में बीजेपी के द्वारा बैजयंत पांडा की नियुक्ति को कार्यकर्ता श्री गणेश के रूप में देख रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 16, 2024, 14:01 IST