बिहार में खुलेआम दिख रही 'भ्रष्टाचार की दरार', दरका 37 करोड़ का अस्पताल भवन

23 hours ago

Last Updated:May 27, 2025, 19:33 IST

Gopalganj News: गोपालगंज में 37 करोड़ की लागत से बने मॉडल सदर अस्पताल की दीवारों में दरारें आ गईं हैं, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि सांसद आलोक सुमन ने पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन अब...और पढ़ें

बिहार में खुलेआम दिख रही 'भ्रष्टाचार की दरार', दरका 37 करोड़ का अस्पताल भवन

बिल्डिंग में आई दरार को मरम्मत करते मजदूर

हाइलाइट्स

गोपालगंज में 37 करोड़ का अस्पताल उद्घाटन से पहले विवादों में घिरा.मॉडल सदर अस्पताल की दीवारों में दरारें, निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल.गोपालगंज सांसद आलोक सुमन ने भ्रष्टाचार को लेकर पहले ही चेतावनी दी थी.

गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज जिले में 37 करोड़ रुपये की लागत से बना मॉडल सदर अस्पताल का नया भवन उद्घाटन से पहले ही विवादों में घिर गया है. भवन की दीवारों में आई दरारों ने निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह भवन बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) द्वारा बनाए गए टेंडर के तहत दिसंबर 2023 से बनना शुरू हुआ था और इसका उद्घाटन 15 जून को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा किया जाना प्रस्तावित है. लेकिन, उद्घाटन से पहले ही भवन की कई दीवारों में दरारें आ गई हैं. इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.स्थानीय लोगों ने दरारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दी हैं और इन्हें सीधे बिहार सरकार को टैग कर कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

सोशल मीडिया पर वायरल होती तस्वीरों ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि निर्माण एजेंसी ने दरारें छुपाने के लिए सफेद टेप लगाकर मरम्मत की जल्दबाज़ी शुरू कर दी है. यह तरीका न सिर्फ लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि इसे छिपाने के प्रयास को भी दर्शाता है. लोग इसे एक संभावित बड़ी दुर्घटना की चेतावनी मान रहे हैं.

सांसद ने पहले ही दी थी चेतावनी

गोपालगंज के सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने पहले ही भवन निर्माण की गुणवत्ता को लेकर गंभीर आपत्तियां दर्ज कराई थीं. उन्होंने सिविल सर्जन, उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधक को सख्त लहजे में फटकार लगाई थी और स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. सांसद ने यह भी आरोप लगाया था कि निर्माण कार्य के दौरान मानकों की अनदेखी की गई और विभागीय अधिकारियों ने कोई निगरानी नहीं की. बावजूद इसके, निर्माण कार्य जैसे-तैसे पूरा कर दिया गया, जिसका परिणाम आज सबके सामने है.

मॉडल सदर अस्पताल का बना नया भवन

बड़ी दुर्घटना की आशंका, विभाग खामोश

अब जब उद्घाटन की तैयारियां जोरों पर हैं, तभी भवन की तकनीकी खामियां उजागर हो रही हैं. आम लोगों का कहना है कि अगर अस्पताल चालू हो जाता और मरीजों की देखभाल शुरू हो जाती, तब ये दरारें सामने आतीं तो किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे जनता की नाराजगी और बढ़ती जा रही है.

जांच होगी, लापरवाही नहीं बर्दाश्त-सिविल सर्जन

इस पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. बीरेंद्र प्रसाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,“हम फिलहाल अवकाश पर हैं. भवन में किस प्रकार की दरारें आई हैं, इसकी विस्तृत जांच हमारी वापसी के तुरंत बाद की जाएगी. निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की जाएगी. निर्माण में यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”

अब आगे क्या?

अब निगाहें स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार पर टिकी हैं. क्या उद्घाटन की तारीख आगे बढ़ेगी? क्या निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई होगी? क्या दोषियों की जवाबदेही तय की जाएगी? इन सवालों के जवाब का इंतजार रहेगा. सवाल ये भी है कि जब सांसद ने पहले ही चेतावनी दी थी, तो विभाग ने उसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया?

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Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...

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Gopalganj,Bihar

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