Last Updated:April 28, 2025, 23:56 IST
PAK NAVY UNDER THREAT:आत्मनिर्भर भारत के तहत नौसेना को स्वदेशी तकनीक से लेस किया जा रहा है. वही पाकिस्तान अपने दोस्त चीन और तुर्की की बैसाखियों के सहारे आगे बढ़ रहा है. भारत के ज़्यादातर जंगी जहाज अब स्वदेशी है...और पढ़ें

नीले समंदर में पाक नेवी का काल
हाइलाइट्स
भारतीय नौसेना के पास ब्रह्मोस मिसाइल है.वरुणास्त्र टॉरपीडो से लैस है भारतीय नौसेना.पाकिस्तान की नौसेना को चीन से मदद मिल रही है.PAK NAVY UNDER THREAT: पाकिस्तान बड़ी तेजी से अपनी नौसेना को बढ़ाने में जुटा है. इसमें इसकी मदद में जुटा है उसका ऑर वेदर फ्रेंड चीन. फिलहाल पाकिस्तान के पास दो दर्जन के करीब वॉरशिप मौजूद है. हांलाकि भारत के मुकाबले उसके पास समद्री सरहद कम है. जितने वॉरशिप उसक् पीस मौजूद है उसमें उसका काम चल सकता है. लेकिन भारत को चुनौती देने के चक्कर में वह अपनी लाकत में इजाफा करने में लगा है.पहले देखते है क्या है पाक नेवी की शक्ल
पाकिस्तानी नौसेना में भी चीनी वॉरशिप
स्ट्रेटेजिक कॉपरेटिव पार्टनरशिप के नाम पर चीन ने अपने ऑल वेदर फ्रेंड यानी की पाकिस्तान की नौसेना को भी धार देने में जुटा है. इसी कड़ी में चीन ने अपने सबसे ताकतवर युद्धपोत में से एक Type-054A/P युद्धपोत पाकिस्तान को शंघाई के हुडोंग झोंगहुआ (Hudong Zhonghua ) शिपयार्ड में सौंप दिया गया. चीन और पाकिस्तान के बीच 4 Type-054A/P फ्रीगेट का सौदा हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक़ चारों सभी चारों पाकिस्तान को मिल चुके हैं. 2 साल 2022 में तो 2 साल 2023 में पाकिस्तनी नौसेना में शामिल किए जा चुके है. 054A/P क्लास फ्रीगेट में HQ-16 मीडियम रेंज एयर डिफ़ेंस मिसाइल सिस्टम और एंटी सबमरीन मिसाइल भी तैनात की गई है. इसके अलावा पाकिस्तान की नौसेना ने 2009 -2013 के बीच 4 जैंग्वई -2 क्लास फ्रीगेट यानी की जंगी जहाज खरीद चुका है और दूसरे चरण के लिए 4 अतिरिक्त F-22 फ्रीगेट को ट्रांसफ़र ऑफ़ टेक्नॉलॉजी के तहत पाकिस्तान में बनाएगा. इसके अलावा पाकिस्तान के लिये चीन 8 सबमरीन चीन तैयार कर रहा है प्रोजेक्ट S-26 के तहत पाकिस्तान ने चीन से 8 यूआन क्लास एयर इंडीपैंडेंट सबमरीन कारार किया है. इन 8 सबमरीन में से 4 चीन में और बाकी 4 कराची शिपयार्ड में ट्रांसफ़र ऑ टेक्नॉलॉजी के तहत तैयार हो रही है. सभी आठ सबमरीन 2028 तक पाकिस्तान को मिल जाएगी है. पाकिस्तान नेवी ने 2011-14 के बीच फ़ास्ट अटैक क्राफ़्ट ( मिसाइल ) चीन से ख़रीदे है … वही नौसेना के एयर डिफेंस के लिए भी चीन से FN-16 SHORADS जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल भी पाकिस्तान अपनी नौसेना के लिए चीन से ख़रीदे हैं .
पाकिस्तानी नौसेना का सबसे बड़ा दुश्मन
दुनिया की सबसे ताकतवर और खतरनाक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के तीनों वर्जन यानी कि लैंड, एयर और सी वर्जन भारतीय सेना में शामिल है. समंदर के लिए ब्रह्मोस का लॉंग रेंज एंटी शिप मिसाइल अध्कितकर सभी भारतीय नौसेना के वॉरशिप में मौजूद है. रडार की पकड़ में आए बिना ही सुपरसोनिस रफतार से पाकिस्तान के किसी भी वॉरशिप को निशाना बना सकता है. तकरीबन 300 किलोमीटर तक यह सटीक मार करता है. इसी हफ्ते भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान को ब्रह्मोस का फायरिंग ट्रेलर अरब सागर में दिखाया था.
सबमरीन किलर वरुणास्त्र भी है मौजूद
वरुणास्त्र की मारक क्षमता 8 मीटर से 600 मीटर गहराई तक किसी भी दुशमन के सबमरीन को सटीक निशाना बना सकता है. लॉन्च होने के बाद यह टॉरपीडों 40 से 50 नॉटिकल मील प्रति घंटे की रफ़्तार से टार्गेट की तरफ बढ़ता है. यह टॉरपीडो मल्टी मनूवरिंग क्षमता के साथ लॉंग रेंज तक अपने किसी भी पाकिस्तानी पनडुब्बी को समुद्र की तलहटी में हमेशा के लिए लेटा सकता है. भारतीय नौसेना के विशाखपत्तनम, दिल्ली, कोलकाता और राजपूत क्लास के सभी डेस्ट्रायर को वरुणास्त्र से लैस किया गया है. कमोर्टा क्लास कोवर्ट, नीलगिरी , तेग और तलवार क्लास फ्रीगेट में भी वरुणास्त्र को फिट किया जा चुका है. भविष्य में बनने वाले वॉरशिप इन्हीं स्वदेशी हैवीवेट अंडर वॉटर टॉरपीडो से लैस होंगे.
First Published :
April 28, 2025, 23:56 IST