भूकंप से हिल गया म्यांमार, भारत ने तुरंत भेजी मदद, ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम क्यों?

3 days ago

Last Updated:March 29, 2025, 19:22 IST

Operation Brahma For Myanmar Earthquake Relief: भारत ने म्यांमार में भूकंप राहत के लिए 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत दो नौसैनिक जहाज और एक फील्ड अस्पताल भेजा है. NDRF की टीम भी राहत कार्यों में जुटी है.

भूकंप से हिल गया म्यांमार, भारत ने तुरंत भेजी मदद, ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम क्यों?

म्यांमार में राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए भारत ने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया है. (फोटो AP)

हाइलाइट्स

भारत ने म्यांमार में भूकंप राहत के लिए 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया.दो नौसैनिक जहाज और एक फील्ड अस्पताल भेजा गया.NDRF की टीम राहत कार्यों में जुटी है.

नई दिल्ली: भूकंप प्रभावित म्यांमर के लिए भारत ने अपना दिल खोल दिया है. म्यांमार में राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत दो नौसैनिक जहाज भेजे हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा एक फील्ड अस्पताल को शनिवार को हवाई मार्ग से भेजा जाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक ब्रीफिंग में बताया कि इस मानवीय सहायता अभियान के तहत दो और भारतीय नौसैनिक जहाज भेजे जाएंगे.

उन्होंने कहा हवाई मार्ग से भेजी जा रही मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) के अलावा, आगरा से 118 सदस्यों वाला एक फील्ड अस्पताल शनिवार को रवाना होने की उम्मीद है. संघीय आपदा आकस्मिकता बल के कर्मियों को ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत तैनात किया जा रहा है, जिसमें मजबूत कंक्रीट कटर, ड्रिल मशीनें, हथौड़े, प्लाज्मा कटिंग मशीनें आदि जैसे भूकंप बचाव उपकरण शामिल हैं, ताकि पड़ोसी देश को राहत प्रदान की जा सके.

ऑपरेशन ब्रह्मा क्यों नाम?
रणधीर जायसवाल ने आगे कहा, “आज हमने ऑपरेशन ब्रह्मा लॉन्च किया. ब्रह्मा सृजन के देवता हैं, ऐसे समय में जब हम म्यांमार सरकार और म्यांमार के लोगों को तबाही के बाद अपने देश के पुनर्निर्माण में मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं. ऑपरेशन के इस विशेष नाम का एक विशेष अर्थ है. 15 टन राहत सामग्री लेकर पहला विमान हिंडन एयरफोर्स बेस से सुबह करीब 3 बजे उड़ा. यह सुबह करीब 8 बजे भारतीय समयानुसार यांगून पहुंचा. हमारे राजदूत राहत सामग्री लेने के लिए वहां गए थे और उसके बाद उन्होंने इसे यांगून के मुख्यमंत्री को सौंप दिया…”

वहीं दिल्ली के पास गाजियाबाद में स्थित 8वीं NDRF बटालियन के कमांडेंट पीके तिवारी शहरी खोज और बचाव (USAR) टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. NDRF के उप महानिरीक्षक (ऑपरेशंस) मोहसिन शहेदी ने विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को बताया कि अगले 24-48 घंटे बल के लिए “बहुत महत्वपूर्ण” हैं ताकि वे “लाभकारी रूप से संलग्न” हो सकें और जमीन पर उनकी “सक्रिय भागीदारी” हो सके.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

March 29, 2025, 19:22 IST

भूकंप से हिल गया म्यांमार, भारत ने तुरंत भेजी मदद, ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम क्यों?

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