Last Updated:August 20, 2025, 19:23 IST
Snake Bites Shocking News: अभी तक आप मानते हैं होंगे कि सांप की मौत हो गई मतलब खतरा टल गया. लेकिन भैया अब ऐसा माने तो गए काम से. असम से चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. एक स्टडी में दावा किया गया है कि मरने के...और पढ़ें

Snake Bites Shocking News: सांप काटने की घटनाएं बारिश में ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है या सुना है कि मरने के बाद भी सांप का जबह फैलता है. आप सही पढ़ रहे हैं… दरअसल गुवाहाटी से एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसने वैज्ञानिकों तक को हैरान कर दिया है. अब तक लोग यह मानते थे कि सांप के मरते ही उसका खतरा भी खत्म हो जाता है. लेकिन असम के जीव वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने जो खुलासा किया है, वह इस सोच को गलत साबित करता है. तो भैया सावधान हो जाएं… जहां सांप मरा दिखे या आपने सामने सांप की मौत हो तो उससे दूर ही रहें.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार लेटेस्ट रिसर्च में सामने आया है कि कोबरा और करैत जैसे जहरीले सांप मरने के बाद भी इंसानों को डस सकते हैं और शरीर में ज़हर छोड़ सकते हैं. वह भी मौत के तीन घंटे बाद तक… हो गए ना हैरान.
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पहली बार दर्ज हुए केस
Frontiers in Tropical Disease नामक अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में यह दावा किया गया है कि असम में मृत सांपों द्वारा जहर छोड़ने के तीन मामले दर्ज हुए हैं. इनमें दो मामले मोनोकल्ड कोबरा (Naja kaouthia) और एक मामला ब्लैक करैत (Bungarus lividus) का है. सभी पीड़ितों को 20 वायल एंटी-स्नेक वेनम दिया गया और 25 दिन तक अस्पताल में रहना पड़ा. ब्लैक करैत से डसे शख्स को वेंटिलेशन और अतिरिक्त दवाओं की भी जरूरत पड़ी.
कैसे हुआ खुलासा?
पहला मामला शिवसागर ज़िले का है, जहां 45 वर्षीय शख्स ने अपने मुर्गे खाने आए एक कोबरा को मार दिया और उसका सिर अलग कर दिया. जब वह सांप के शरीर को फेंक रहा था तभी मृत कोबरा का सिर अचानक उसके हाथ पर चिपक गया और जहर इंजेक्ट कर दिया. दूसरा मामला भी शिवसागर का है, जहां एक किसान अपने ट्रैक्टर के पहिए तले कुचले गए कोबरा को देखने गया और उसी दौरान मृत सांप ने उसे डस लिया. तीसरा मामला बोको (पश्चिमी असम) का है जहां एक ब्लैक करैत, मरने के तीन घंटे बाद भी पास आए शख्स को डसने में सक्षम था.
वैज्ञानिकों ने कैसे समझाया रहस्य?
टीम में शामिल एनेस्थीसियोलॉजिस्ट डॉ. सूरजित गिरी के मुताबिक यह दुनिया में दर्ज किए गए पहले ऐसे मामले हैं. उन्होंने समझाया कि गर्म खून वाले जीव जैसे इंसानों या जानवरों का दिमाग मरने या सिर कटने के बाद 6-7 मिनट में बंद हो जाता है. लेकिन ठंडे खून वाले सांपों का मेटाबॉलिज़्म बेहद धीमा होता है. इस वजह से उनका दिमाग मौत के बाद भी 4-6 घंटे तक सक्रिय रहता है और यदि कोई उनके सिर या गर्दन को छू ले तो वे रिफ्लेक्स के तौर पर डस सकते हैं.
सावधानी जरूरी
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चाहे सांप मरा हो या कटे सिर वाला, उसे छूने से बचना चाहिए. ग्रामीण इलाकों में लोग अक्सर सांप मारने के बाद उसे हाथ से उठाकर फेंक देते हैं या दिखाने के लिए ले जाते हैं, जो बेहद खतरनाक हो सकता है. यह अध्ययन अब भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए चेतावनी है कि मरे हुए सांप भी जहरीले हो सकते हैं.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
August 20, 2025, 19:20 IST