Syria Violence: सीरिया में गुरुवार 6 मार्च 2025 को हुए संघर्ष में अबतक 1000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इनमें 750 आम नागरिक हैं. मानवाधिकार संगठन के मुताबिक सीरिया में पिछले 14 साल पहले शुरु हुए संघर्ष के बाद से यह हिंसा की घटनाओं में अबतक की सबसे घातक घटना है. देशभर में हो रही यब झड़प नई सरकार को लेकर चल रही है. एसोसिएट प्रेस के मुताबिक हिंसा तब शुरु हुई जब वर्तमान सरकार के पक्ष में गोलियां चला रहे बंदूकधारियों ने सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर-अल-असद के समर्थकों के खिलाफ हत्याएं करनी शुरु की.
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अलावी समुदाय बना निशाना
सीरिया में हुए इस हमले में 125 सुरक्षाबलों के सदस्य और 148 उग्रवादी मारे गए हैं. हमले में अल्पसंख्यक अलावी समुदाय के लोगों को 3 महीने पहले नए शासन की शुरुआत से ही निशाना बनाया जा रहा है. बशर-अल-असद के शासन में इस समुदाय के लोगों को सेना समेत कई ऊंचे पदों पर प्रमुख स्थान मिला था.
देश छोड़कर भाग रहे लोग
ब्रिटेन स्थित सीरियाई मानवाधिकार वेधशाला के मुताबिक हिंसा के अलावा अलावी बहुल इलाकों में बिजली-पानी भी काट दिया गया है. वहीं अलावित समुदाय के गांवों को लूटा गया और फिर वहां आग लगा दी गई. लेबनान के राजनेता हैदर नासिर का कहना बै कि अलावी समुदाय अपनी सुरक्षा और बचाव के लिए सीरिया से लेबनान की ओर भाग रहे हैं.
महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया
एसोसिएट प्रेस के मुताबिक सीरिया में हालत इतने खराब है कि यहां महिलाओं को निर्वस्त्र करके सड़कों पर घुमाया गया और फिर उन्हें गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस भयावह स्थिति ने सीरिया में हिंसा को अधिक भड़का दिया है. इस हिंसा में बानियास शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां सड़कों पर लोगों के शव पड़े हुए हैं. वहीं बंदूकधारियों ने नागरिकों को दफनाने से भी रोक दिया था.