Last Updated:March 06, 2025, 11:03 IST
Rent vs Real Estate : भारतीय रियल एस्टेट बाजार में मिडिल क्लास पर दोहरा संकट बढ़ रहा है. एक तरफ तो शहरों में मकानों की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जबकि दूसरी ओर किराये में भी बेतहाशा वृद्धि दिखाई दे...और पढ़ें

शहरों में मकानों की कीमतें बढ़ने के साथ किराया भी बढ़ रहा है.
हाइलाइट्स
घर की कीमतें और किराये तेजी से बढ़ रहे हैं.मिडिल क्लास को दोहरी महंगाई की मार.दिल्ली और मुंबई में हालात और खराब.नई दिल्ली. शहरों में रहने वाले मिडिल क्लास के लोगों को दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ तो मकान की कीमतें बढ़ रही हैं तो दूसरी ओर किराये की लागत भी तेजी से बढ़ रही है. दोनों ही तरफ से महंगाई की मार पड़ रही है. हाल में जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि बड़े शहरों में यह चुनौती अब संकट बनती जा रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में घर की औसत कीमतें और किराये की लागत इस साल उपभोक्ता महंगाई से अधिक बढ़ने की आशंका है. रॉयटर्स ने एक सर्वे में बताया कि पहली बार घर खरीदने वालों के लिए यह स्थिति कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो सकती है. जहां एक ओर धीमी आर्थिक वृद्धि, स्थिर वेतन और अच्छी नौकरियों की कमी ने लाखों कामकाजी परिवारों की बचत को कम कर दिया है. वहीं दूसरी ओर, हाउसिंग बाजार में पिछले दशक में घर की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं.
घर महंगा तो किराये पर आ गए और अब…
रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत मांग और सीमित आपूर्ति के बीच असंतुलन ने घरों की कीमतों को इतना बढ़ा दिया है कि करोड़ों लोग किराये पर रहने को मजबूर हैं. भारत में औसत घर की कीमतें इस साल 6.5% और अगले साल 6.0% बढ़ेंगी, जबकि पिछले साल लगभग 4.0% की वृद्धि हुई थी. रियल एस्टेट बाजार के विशेषज्ञों के बीच कराए सर्वे में पता चला है कि घरों की बेतहाशा बढ़ती कीमतों की वजह से ज्यादातर लोग किराये पर ही रहते हैं.
किराये में भी तेज बढ़ोतरी
शहरी किराये की लागत और भी तेजी से बढ़ने की संभावना है, जो आने वाले साल में 7%-10% तक बढ़ सकती है. इस तरह की वृद्धि उपभोक्ता महंगाई से कहीं अधिक होगी, जो अगले दो वित्तीय वर्षों में औसतन 4.3% और 4.4% रहने का अनुमान है. किराया बढ़ने के साथ घर खरीदने का रास्ता और भी कठिन हो गया है, क्योंकि पहली बार घर खरीदने वाले लोग डाउन पेमेंट के लिए बचत करने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं.
बढ़ रहा दोहरा संकट
एक्सपर्ट का कहना है कि घरों की कीमतें महंगाई से तेज बढ़ेंगी और किराये पहले से ही कई सालों से आसमान छू रहे हैं. लाखों लोगों के लिए घर का मालिक होना दूर का सपना बनता जा रहा है. सर्वे में कहा गया है कि यह सिर्फ एक समस्या नहीं है, बल्कि कई समस्याएं इसके इर्द-गिर्द बढ़ रही हैं. अभी ऐसा हाउसिंग मार्केट देख रहे हैं जहां केवल अमीर ही खरीद सकते हैं और ऐसा नहीं लगता कि यह ट्रेंड जल्द ही बदलेगा. भारत के दो सबसे अधिक आबादी वाले शहरों मुंबई और दिल्ली में औसत घर की कीमतें इस साल और अगले साल 5.8% से 8.5% तक बढ़ने का अनुमान है. सर्वे में शामिल 50 फीसदी एक्सपर्ट का कहना है कि भविष्य में यह स्थिति सुधरेगी, जबकि 50 फीसदी ने कहा कि हालात और बदतर हो जाएंगे.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 06, 2025, 11:03 IST