मुजफ्फरपुर के सारे कुत्ते दिनेश सिंह के पास भेज दीजिए… पढ़िए दबंग Mlc की कहानी

4 days ago

Last Updated:March 26, 2025, 20:18 IST

Bihar Politics : बिहार विधानसभा सत्र में हल्के-फुल्के अंदाज में नेताओं की चुटकी चर्चा का विषय बनी. जेडीयू एमएलसी दिनेश सिंह पर तंज कसा गया. हालांकि, दिनेश सिंह का आपराधिक इतिहास और राजनीतिक करियर विवादास्पद रहा...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर के सारे कुत्ते दिनेश सिंह के पास भेज दीजिए… पढ़िए दबंग Mlc की कहानी

बिहार विधान परिषद में दिनेश सिंह को लेकर हंसी-मजाक.

हाइलाइट्स

बिहार विधानसभा सत्र में नेताओं की चुटकी चर्चा का विषय बनी.एमएलसी दिनेश सिंह पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.दिनेश सिंह का राजनीतिक करियर विवादास्पद रहा है.

पटना. बिहार विधानसभा का सत्र चल रहा है. इस सत्र में सीएम नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बीच टोकाटाकी की खबरें लगभग हर रोज आ रही हैं. वहीं, सदन में नेताओं के बीच हल्के-फुल्के अंदाज में एक-दूसरे की चुटकी लेने की भी खबरें भी अब आने लगी हैं. विधान परिषद में बुधवार को मुजफ्फरपुर में एक साल में सैकड़ों लोगों को कुत्तों द्वारा काटे जाने का मामला उठा. यह मामला एमएलसी वंशीधर ब्रजवासी ने उठाया. ब्रजवासी ने शहर को आवारा कुत्तों और जानवरों से मुक्त कराने का मुद्दा उठाया. इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला भेजा जा रहा है. इसी बीच सभापति ने जेडीयू एमएलसी दिनेश सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कुत्ता दिनेश बाबू को काट ले तो कुत्ता ही मर जाएगा.

इस पर मंत्री विजय चौधरी भी पीछे नहीं रहे, उन्होंने भी दिनेश सिंह पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘इस मामले में इलाज आसान है. व्रजवासी जी को सभी कुत्तों को पकड़कर दिनेश बाबू के पास भेज देना चाहिए.’ इसके बाद पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा, क्योंकि यह टिप्पणी किसी गंभीर संदर्भ में नहीं बल्कि हल्के-फुल्के माहौल में कही गई प्रतीत होती है, जो बिहार की राजनीति में नेताओं के बीच की नोंकझोंक को दर्शाती है. लेकिन, कुत्ते के बहाने चर्चा में आने वाले एमएलसी दिनेश सिंह कौन हैं और क्या है इनका राजनीतिक और आपराधिक इतिहास?

कुत्तों की चर्चा… लपेटे में आ गए एमएलसी दिनेश सिंह
मुजफ्फरपुर और वैशाली इलाके में दिनेश सिंह की दबंगता की चर्चा घर-घर में होती है. दिनेश सिंह पर कई आपराधिक मामले आज भी दर्ज हैं. दिनेश सिंह पर हत्या, दंगा, आपराधिक साजिश और खतरनाक हथियारों के इस्तेमाल जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. साल 2022 में पटना एयरपोर्ट पर दिनेश सिंह के पास से भारी मात्रा में नकदी लगभग 25 लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था. आपराधिक मामलों की बात करें तो उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या), धारा 147 (दंगा), धारा 148 (हथियारों के साथ दंगा), और धारा 120B (आपराधिक साजिश) जैसे संगीन मामलों में मुकदमे दर्ज हुए हैं. ज्यादातर मामले मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों से जुड़े हैं, जहां उनकी दबंग छवि रही है. मुजफ्फरपुर में हाल ही में कई हत्याओं में भी इनका नाम आया था. मुजफ्फरपुर में कई भूखंडों पर कब्जा करने के आरोप भी दिनेश सिंह पर लगे हैं.

कौन हैं दिनेश सिंह?
लेकिन, इतने मामलों के बावजूद दिनेश सिंह का राजनीतिक करियर चमकता रहा है. वह जेडीयू के टिकट पर विधान परिषद के सदस्य हैं. उनकी पत्नी वीणा देवी एलजेपी रामविलास के टिकट पर वैशाली की सांसद हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी बेटी कोमल सिंह गायघाट सीट से एलजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं, जिसके कारण उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. सितंबर 2024 में उनके बेटे राहुल राज उर्फ छोटू सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. छोटू सिंह की पत्नी निरुपमा सिंह जिला परिषद की उपाध्यक्ष हैं.

कुल मिलाकर दिनेश प्रसाद सिंह का आपराधिक और पारिवारिक इतिहास उनके राजनीतिक जीवन का एक विवादास्पद हिस्सा रहा है. आपराधिक मामलों और दबंगई के आरोपों के बावजूद वह जेडीयू के एक प्रमुख नेता बने हुए हैं और उनका परिवार बिहार की राजनीति में सक्रिय है. हालांकि, कई मुकदमों में वह बरी हो चुके हैं. कहा जाता है कि सीएम नीतीश कुमार से उनकी काफी निकटता है. शायद यही वजह है कि 2020 में पार्टी से निलंबित होने के बाद भी वह पार्टी में दोबारा से आ गए.

Location :

Patna,Patna,Bihar

First Published :

March 26, 2025, 20:18 IST

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