"मैं कन्नड़ नहीं बोलूंगी, ये भारत ",SBI मैनेजर के बयान पर भड़के लोग, CM बोले..

6 hours ago

Last Updated:May 22, 2025, 14:26 IST

Bengaluru SBI manager controversy: बेंगलुरु में SBI मैनेजर ने ग्राहक से कहा "मैं कन्नड़ नहीं, हिंदी बोलती हूं", जिससे स्थानीयों का गुस्सा भड़क उठा. CM सिद्धारमैया ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा कि ये बर्दाश्त नह...और पढ़ें

"मैं कन्नड़ नहीं बोलूंगी, ये भारत ",SBI मैनेजर के बयान पर भड़के लोग, CM बोले..

SBI कन्नड़ भाषा विवाद

हाइलाइट्स

कर्नाटक में बैंक कर्मचारी के कन्नड़ बोलने से इनकार करने पर विवाद खड़ा हो गया.वीडियो वायरल होने पर SBI ने घटना पर खेद जताया है.विवाद बढ़ने पर CM सिद्धारमैया ने ट्वीट करके घटना की निंदा की.

बेंगलुरु के चंदापुर इलाके में स्थित एसबीआई बैंक की एक शाखा में हाल ही में एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे कर्नाटक में गुस्से की आग भड़का दी. एक महिला बैंक मैनेजर से जब एक स्थानीय ग्राहक ने कन्नड़ में बात करने की गुजारिश की, तो उसका जवाब था – “यह भारत है, मैं हिंदी बोलती हूं, कन्नड़ नहीं.” इस एक लाइन से ना सिर्फ ग्राहक आहत हुआ, बल्कि इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में मैनेजर गर्व से कह रही थी कि वह हिंदी में ही बात करेंगी और कन्नड़ नहीं बोलेंगी.

विरोध में सड़क पर उतरे कन्नड़ समर्थक
बैंक मैनेजर का वीडियो सामने आते ही ‘करावे’ यानी कर्नाटक रक्षण वेदिके जैसे संगठनों ने तुरंत विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया. अगले ही दिन बड़ी संख्या में कन्नड़ समर्थक बैंक की चांदपुर शाखा के बाहर जमा हो गए. उन्होंने बैंक दस्तावेज फाड़े, नारेबाज़ी की और यहां तक कि बैंक मैनेजर के कमरे के बाहर बैठकर माफी की मांग की. कई प्रदर्शनकारी गुस्से में थे और कह रहे थे – “यह कर्नाटक है, यहां कन्नड़ नहीं बोलोगे तो फिर कहां बोलोगे?” उनकी मांग थी कि मैनेजर खुद मौके पर आकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे.

ಚಂದಾಪುರದ ಸೂರ್ಯಸಿಟಿ ಯ SBI Branch Manager ಕನ್ನಡ ಮಾತಾಡುವುದಿಲ್ಲ ಎಂದು ಧಿಮಾಕು ತೋರಿಸಿದ್ದಾಳೆ.

ಕೂಡಲೇ ಈಕೆಯ ಮೇಲೆ ಕ್ರಮ ಆಗಬೇಕು. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಮಾತಾಡೊಲ್ಲ ಅಂದ್ರೆ ಏನಕ್ಕೆ ಇರಬೇಕು ಇಲ್ಲಿ? pic.twitter.com/llkqTjsW7R

— 👑Che_Krishna🇮🇳💛❤️ (@CheKrishnaCk_) May 20, 2025


बैंक प्रबंधन की कार्रवाई, रातों-रात ट्रांसफर
जैसे ही मामला तूल पकड़ता गया, SBI प्रबंधन हरकत में आया. बैंक ने रातों-रात उस महिला मैनेजर का तबादला कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, बैंक ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि उन्हें लगा कि जब कोई अधिकारी कन्नड़ नहीं बोल सकता, तो कर्नाटक जैसे राज्य में उसकी मौजूदगी से विवाद और बढ़ सकता है. हालांकि, ट्रांसफर को लेकर भी सवाल उठे – क्या यह सिर्फ हल्की सजा है? क्या इतनी बड़ी गलती के लिए तबादला ही काफी है? सोशल मीडिया पर भी लोग बंटे नजर आए.

“ऐसे व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए”- सीएम सिद्धारमैया
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर कहा, “अनेकल तालुका स्थित SBI शाखा प्रबंधक का व्यवहार बहुत निंदनीय है.” उन्होंने बैंक की ओर से मैनेजर को ट्रांसफर किए जाने की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, साथ ही अपील की कि “ऐसे घटनाएं दोहराई न जाएं.” इसके साथ ही सीएन ने अपने ट्वीट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए अपील की कि सभी बैंक कर्मचारियों के लिए सांस्कृतिक और भाषा संवेदनशीलता की ट्रेनिंग अनिवार्य की जाए. उन्होंने कहा कि “स्थानीय भाषा का सम्मान करना, लोगों का सम्मान करना है.”

The behaviour of the SBI Branch Manager in Surya Nagara, Anekal Taluk refusing to speak in Kannada & English and showing disregard to citizens, is strongly condemnable.

We appreciate SBI’s swift action in transferring the official. The matter may now be treated as closed.…

— Siddaramaiah (@siddaramaiah) May 21, 2025

प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी
वहीं, इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन बढ़ता देख पुलिस ने मोर्चा संभाला. करावे के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. हालांकि, इससे प्रदर्शनकारियों का गुस्सा कम नहीं हुआ. वे लगातार मांग कर रहे थे कि बैंक प्रबंधन को कर्नाटक में काम कर रहे हर कर्मचारी के लिए कन्नड़ भाषा की न्यूनतम समझ अनिवार्य करनी चाहिए.

पहले भी ऐसे कई मामने सामने आए!
यह कोई पहला मामला नहीं है जब कन्नड़ भाषा को लेकर विवाद हुआ हो. बेंगलुरु में पहले भी ज़ोमैटो डिलीवरी बॉय, कैब ड्राइवर, यहां तक कि ऑटो वालों के साथ भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जब भाषा को लेकर तनाव हुआ. कन्नड़ भाषियों का मानना है कि जब कर्नाटक ने बाहरी लोगों को खुले दिल से अपनाया है, तो उनकी भाषा और संस्कृति का सम्मान क्यों नहीं हो सकता?

क्या कर्नाटक में कन्नड़ बोलना अनिवार्य है?
कानूनन भले ही किसी राज्य में कोई भाषा अनिवार्य ना हो, लेकिन कर्नाटक में सरकारी और प्रशासनिक कामकाज में कन्नड़ को प्राथमिकता दी जाती है. साथ ही, सरकार और स्थानीय संगठन लंबे समय से मांग करते रहे हैं कि यहां काम करने वालों को कन्नड़ भाषा का बुनियादी ज्ञान हो. खासकर उन लोगों को जो आम जनता से सीधा संवाद करते हैं – जैसे बैंक, अस्पताल या सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी.

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें

homenation

"मैं कन्नड़ नहीं बोलूंगी, ये भारत ",SBI मैनेजर के बयान पर भड़के लोग, CM बोले..

Read Full Article at Source