मैत्रा पुल बना जीवनरेखा, आपदा में भारतीय सेना ने थामा रामबन का हाथ

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Last Updated:September 17, 2025, 17:02 IST

रामबन में बारिश से टूटी करोल–मैत्रा सड़क पर भारतीय सेना ने 150 फुट मजबूत ‘मैत्रा पुल’ बनाकर कनेक्टिविटी बहाल की, राहत अभियान से 5000 से ज्यादा लोगों को मदद मिली.

मैत्रा पुल बना जीवनरेखा, आपदा में भारतीय सेना ने थामा रामबन का हाथ

लगातार बारिश से जम्मू-कश्मीर के रामबन ज़िले में करोल–मैत्रा सड़क का एक अहम हिस्सा बह गया था. यह सड़क प्रशासनिक कार्यालयों और कई गाँवों को जोड़ने वाली जीवनरेखा मानी जाती है. सड़क टूटने से लोगों की आवाजाही रुक गई और कई वाहन फंस गए. हालात बिगड़ने पर ज़िला प्रशासन ने भारतीय सेना से तत्काल मदद मांगी, तब सेना ने आगे बढ़कर उम्मीद की डोर थामी.

सेना का त्वरित एक्शन
रामबन प्रशासन ने जब मदद मांगी, तो भारतीय सेना की व्हाइट नाइट इंजीनियर्स टीम तुरंत मौके पर पहुँची. चिनाब नदी से लगभग 20 मीटर ऊँचाई पर, अस्थिर चट्टानों के बीच, इंजीनियरों ने दिन-रात मेहनत करके 150 फुट लंबा, ट्रिपल पैनल डबल स्टोरी एक्स्ट्रा वाइड रिइन्फोर्स्ड बेली ब्रिज तैयार कर दिया. यह पुल इतना मज़बूत है कि भारी वाहनों की आवाजाही भी बिना किसी दिक़्क़त के हो सके.

Source: Ministry of Defence / रामबन, जम्मू में 150 फुट मजबूत ‘मैत्रा पुल’ बनाकर भारतीय सेना ने बहाल की अहम सड़क कनेक्टिविटी

इस काम में सेना के साथ बीआरओ, एनएचएआई, पुलिस और ज़िला प्रशासन भी पूरी तरह जुटा रहा. तेज़ी से काम पूरा होने की वजह से स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिली और उनका टूटा हुआ भरोसा फिर से जुड़ गया.

राहत और विश्वास का अभियान
सिर्फ पुल ही नहीं, सेना ने अपने अभियान #HumAapkeSaathHain के तहत पूरे क्षेत्र में राहत कार्य भी तेज़ किए. किश्तवाड़, डोडा, उधमपुर, रियासी, अखनूर, राजौरी और पुंछ तक में मदद का हाथ बढ़ाया गया. अब तक 5,000 से ज़्यादा लोगों तक भोजन, राहत सामग्री और चिकित्सा सेवाएँ पहुँच चुकी हैं. दूरस्थ इलाकों में मेडिकल कैंप लगाए गए, जिनसे न केवल बीमारों का इलाज हुआ बल्कि लोगों के दिलों में विश्वास भी मज़बूत हुआ.

Source: Ministry of Defence / रामबन, जम्मू में 150 फुट मजबूत ‘मैत्रा पुल’ बनाकर भारतीय सेना ने बहाल की अहम सड़क कनेक्टिविटी

जनता के साथ कंधे से कंधा
भारतीय सेना के इस प्रयास ने एक बार फिर दिखा दिया कि आपदा की घड़ी में फौज सिर्फ सीमा की नहीं, बल्कि जनता की भी रक्षा करती है. चाहे पुल बनाना हो, दवाएँ पहुँचानी हों या मवेशियों के लिए चिकित्सा सेवा—हर कदम ने यह संदेश दिया कि सेना और जनता का रिश्ता सिर्फ सुरक्षा का नहीं, बल्कि भरोसे और साझेदारी का है. रामबन में बना यह नया ‘मैत्रा पुल’ अब सिर्फ एक सड़क का ज़रिया नहीं, बल्कि उन हज़ारों लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जिन्होंने मुश्किल घड़ी में सेना को अपने साथ खड़ा पाया.

Mohit Chauhan

Mohit Chauhan brings over seven years of experience as an Editorial Researcher, specializing in both digital and TV journalism. His expertise spans Defense, Relations, and Strategic Military Affai...और पढ़ें

Mohit Chauhan brings over seven years of experience as an Editorial Researcher, specializing in both digital and TV journalism. His expertise spans Defense, Relations, and Strategic Military Affai...

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Location :

Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh

First Published :

September 17, 2025, 17:02 IST

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