Last Updated:April 22, 2025, 16:49 IST
यूपीएससी परीक्षा 2024 का रिजल्ट घोषित हो चुका है.लेकिन एक और परीक्षा अभी बिहार में होनी है, जिसमें कई रिटायर्ड आईएएस और आईपीएस अधिकारी राजनीति में उतर रहे हैं. इन अधिकारियों को अब टिकट लेने के लिए इंटरव्यू 9वीं...और पढ़ें

क्यों आईएएस और आईपीएस अधिकारी देते हैं 9वीं और 12वीं पास नेता के सामने इंटरव्यू?
हाइलाइट्स
बिहार में रिटायर्ड IAS और IPS अधिकारी राजनीति में उतर रहे हैं.तेजस्वी यादव और चिराग पासवान जैसे नेता उनका इंटरव्यू ले रहे हैं.कन्हैया कुमार सबसे अधिक पढ़े-लिखे नेता हैं, उनके पास पीएचडी है.पटना. यूपीएससी परीक्षा 2024 का रिजल्ट मंगलवार को घोषित हुआ है. बड़े अरमान से छात्र यूपीएससी परीक्षा पास कर अधिकारी बनते हैं. लेकिन आईएएस और आईपीएस बनते ही उनमें राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं भी हिलोरें मारने लगती हैं. रिटायर्ड होने के बाद या उससे पहले ही ये अधिकारी वीआरएस ले लेते हैं. फिर वही आईएएस और आईपीएस राजनीति में परीक्षा देने उतर जाते हैं. लेकिन उन रिटायर्ड आईएसऔर आईपीएस अधिकारी को राजनीति के एक कड़वा सच से सामना होता है तो वह आश्चर्य नहीं करते हैं. 9वीं और 12वीं पास शख्स उनका इंटरव्यू लेता है. क्योंकि, बिहार चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. कई आईपीएस और आईएएस अधिकारी वीआरएस लेकर तो कई रिटायर्ड होने के बाद टिकटों के लिए भागदौड़ कर रहे हैं. सबों का इम्तिहान कोई और नहीं बल्कि तेजस्वी यादव और चिराग पासवान जैसे शख्स ले रहे हैं, जिनका खुद का पढ़ाई का रिकॉर्ड जीरो बटा सन्नाटा का रहा है. आइए जानते हैं बिहार चुनाव 2025 में युवा नेताओं की जो नई फौज आई है, उसमें कौन कितना पढ़ा-लिखा है.
प्रशांत किशोर
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के पास इंजीनियरिंग की डिग्री है. पीके के पास पब्लिक हेल्थ में स्नातकोत्तर डिग्री भी बताई जाती है. प्रशांत किशोर के पास संयुक्त राष्ट्रसंघ में भी काम करने का अनुभव है. इसके साथ ही वह बीते कई सालों से कई पार्टियों का चुनावी कैंपेन भी संभाल चुके हैं.
मुकेश सहनी
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं. सहनी मुख्य रूप से एक व्यवसायी और बॉलीवुड में सेट डिजाइनर के रूप में जाने जाते हैं. उनकी शैक्षिक योग्यता के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत कम जानकारी उपलब्ध है. लेकिन कुछ स्रोतों के अनुसार उन्होंने हाई स्कूल तक की पढ़ाई की है. उनकी विशेषज्ञता व्यावसायिक और सामुदायिक नेतृत्व में अधिक प्रतीत होती है.
कन्हैया कुमार
कांग्रेस पार्टी के नेता कन्हैया कुमार जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. कन्हैया कुमार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से सामाजिक विज्ञान में पीएचडी पूरी की है. उनकी शिक्षा में स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री भी शामिल हैं, जो उन्हें इस समूह में सबसे अधिक शैक्षिक रूप से योग्य बनाती हैं. उनकी बौद्धिक क्षमता उनकी शिक्षा को और मजबूत करती है.
तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 9वीं कक्षा तक की पढ़ाई की है. उन्होंने दिल्ली के एक नामी स्कूल में पढ़ाई की है. लेकिन वह 10वीं पास नहीं कर पाए. तेजस्वी ने कई मौकों पर बोला है कि क्रिकेट खेलने की वजह से उनकी शिक्षा पूरी नहीं हो सकी. हालांकि, उनकी विशेषज्ञता राजनीतिक नेतृत्व और सामाजिक कार्य में अधिक है.
चिराग पासवान
चिराग पासवान की शैक्षिक योग्यता भी साधारण स्तर की है. चिराग भी तेजस्वी यादव की तरह शिक्षा से ज्यादा फिल्मी करियर में ध्यान लगाए हुए थे. हालांकि, चिराग पासवान ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की है. 12वीं पास करने में उन्हें सामान्य से अधिक लगभग 5 वर्ष का समय लगा. उन्होंने यह शिक्षा डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से प्राप्त की है. चिराग पासवान ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी.टेक प्रोग्राम में दाखिला लिया था. हालांकि, उन्होंने यह कोर्स पूरा नहीं किया और तीसरे सेमेस्टर के बाद ड्रॉपआउट हो गए. उनके चुनावी हलफनामे में उन्होंने खुद को बी.टेक दूसरा सेमेस्टर तक पढ़ा हुआ बताया है. लेकिन विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार, उन्होंने तीन सेमेस्टर पास किए. इस अंतर के कारण उनकी शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठे हैं और कुछ लोग इसे भ्रामक मानते हैं.
निशांत कुमार
निशांत कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे हैं. उन्होंने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी), मेसरा से इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है. उनकी शिक्षा तकनीकी क्षेत्र में है और वह अपेक्षाकृत सामाजिक जीवन में कम ही नजर आते हैं. लेकिन बिहार चुनाव से ठीक पहले वह लगातार मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं.
Location :
Patna,Patna,Bihar
First Published :
April 22, 2025, 16:49 IST