Kim Jong un: रूस- यूक्रेन युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अमेरिका लगातार शांति की पहल कर रहा है लेकिन फिर भी विराम नहीं लग पा रहा है. इसी बीच उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने कहा है कि युद्ध में उनका समर्थन हमेशा रूस को रहेगा. एक शीर्ष रूसी सुरक्षा अधिकारी के साथ बैठक के दौरान उन्होंने अपना यह विचार प्रकट किया है.
हुई विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
किम ने एक दिन पहले प्योंगयांग में रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु के साथ 'महत्वपूर्ण और उपयोगी' चर्चा की. पूर्व रूसी रक्षा मंत्री वार्ता से कुछ घंटे पहले उत्तर कोरिया पहुंचे थे. बैठक में दोनों देशों के सुरक्षा हितों की रक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई.
उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम
रिपोर्ट के मुताबिक किम ने यह भी कहा कि "यह डीपीआरके सरकार का दृढ़ विकल्प और दृढ़ इच्छा है कि वह भविष्य में राष्ट्रीय संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए रूस के संघर्ष में उसका हमेशा समर्थन करे. बता दें डीपीआरके का मतलब डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया है, जो उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम है.
सौंपा है पत्र
केसीएनए ने ब्यौरा दिए बिना कहा कि शोइगू ने किम को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक 'महत्वपूर्ण हस्ताक्षरित पत्र' सौंपा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि शोइगु संभवतः यूक्रेन युद्ध में संघर्ष विराम पर रूस के रुख को समझाने के लिए उत्तर कोरिया गए थे. वह यह भी जानना चाहते थे कि रूस में उत्तर कोरिया की सेना की तैनाती के बदले में मॉस्को को प्योंगयांग को क्या देना होगा?
युद्ध विराम की बातें
बता दें इस सप्ताह फोन पर बातचीत के दौरान पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ युद्ध में आंशिक युद्ध विराम के तहत यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे पर हमलों को अस्थायी रूप से रोकने पर सहमति जताई. शोइगु की यात्रा ऐसे समय में हुई है जब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि किम मई में रूस के विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर रूस की यात्रा कर सकते हैं. पुतिन ने पिछले जून में द्विपक्षीय शिखर वार्ता के लिए प्योंगयांग की अपनी यात्रा के दौरान किम को मॉस्को आने का निमंत्रण दिया था. (आईएएनएस)