Zakir Naik Bangladesh Visit: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारतीय मूल के विवादित इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक को बांग्लादेश में एंट्री देने से मना कर दिया है. यह फैसला मंगलवार को गृह मंत्रालय के मीटिंग रूम में आयोजित कानून-व्यवस्था कोर कमेटी की बैठक में लिया गया. इससे पहले एक कंपनी के जरिए दावा किया गया था कि वो जाकिर नाइक के बांग्लादेश दौरे का आयोजन कर रही है और यह अंतरिम सरकार की अनुमति से किया जा रहा है.
बांग्लादेश ने जाकिर नाइक का दौरा क्यों रद्द किया?
न्यूज एजेंसी ‘प्रथम आलो’ अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बैठक में जाकिर नाइक की संभावित यात्रा पर चर्चा की गई. रिपोर्ट के मुताबिक,'अगर जाकिर नाइक बांग्लादेश आते हैं, तो भारी भीड़ उमड़ सकती है. उस भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती करनी पड़ेगी. फिलहाल इतने बड़े पैमाने पर बलों की तैनाती संभव नहीं है, इसलिए जाकिर नाइक की यात्रा पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया.' जानकारी के मुताबिक कानून-व्यवस्था कोर कमेटी की यह मीटिंग गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहम्मद जाहांगीर आलम चौधरी की अध्यक्षता में हुई.
जाकिर नाइक का बांग्लादेश दौरा कौन करवा रहा था?
इससे पहले स्पार्क इवेंट मैनेजमेंट नाम की एक कंपनी ने अपने फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि वह नवंबर के आखिर में जाकिर नाइक को बांग्लादेश लाने जा रही है. कंपनी ने लिखा,'स्पार्क इवेंट मैनेजमेंट डॉ. जाकिर नाइक बांग्लादेश टूर 2025 का एकमात्र अधिकृत आयोजक है. यह कार्यक्रम बांग्लादेश सरकार की अनुमति और संबंधित प्राधिकरणों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है.'
भारत को लेकर क्या बोला बांग्लादेश विदेश मंत्रालय?
इसके अलावा ढाका ने रविवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा इस मामले पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एसएम महबूबुल आलम ने ANI से कहा,'हमने भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के जरिए किसी प्रमुख इस्लामी विद्वान या धर्मगुरु की बांग्लादेश यात्रा से संबंधित टिप्पणियों को ध्यान में लिया है.' उन्होंने आगे कहा,'हम यह भी मानते हैं कि किसी भी देश (जिसमें भारत भी शामिल है) को किसी दूसरे देश के आरोपित या फरार व्यक्तियों को शरण नहीं देनी चाहिए.'
जाकिर नाइक के दौरे पर भारत का बयान
'ढाका स्ट्रीम' की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जाकिर नाइक एक भगोड़ा है. वह भारत में वांछित है, इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि वह जहां भी जाएगा, वहां के लोग उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे और हमारी सुरक्षा चिंताओं को दूर करेंगे.'
भारत-बांग्लादेश प्रत्यर्पण संधि
बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच 2013 में एक प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर हुए थे. हालांकि 2016 में इसमें संशोधन किया गया था, ताकि कम से कम एक साल के कारावास की सजा वाले अपराधों के लिए अपराधियों के स्थानांतरण को सुगम बनाया जा सके.

3 hours ago
