Last Updated:July 09, 2025, 16:41 IST
बिहार चुनाव से पहले लालू यादव के खिलाफ सीबीआई ने कोर्ट में दलील दी है, जिससे आरजेडी को बड़ा झटका लग सकता है. लालू, राबड़ी और तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं.

लालू यादव को लेकर सीबीआई फिर पहुंची कोर्ट.
हाइलाइट्स
सीबीआई ने लालू यादव के खिलाफ कोर्ट में दलील दी.लालू, राबड़ी और तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं.लालू यादव का जेल जाने का खतरा फिर से मंडराया.पटना. बिहार चुनाव से पहले क्या लालू यादव के परिवार में कुछ बड़ा होने वाला है? क्या बिहार चुनाव से पहले आरजेडी के सीएम फेस तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लग सकता है? आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की जेल यात्रा का बादल एक बार फिर से मंडराने लगा है. सीबीआई ने दिल्ली की राउस एवेन्यू कोर्ट में दलील दी है कि रेलवे से जुड़े एक मामले में लालू यादव के खिलाफ मुकदमा चालने के पर्याप्त सबूत मिल गए हैं. बिहार चुनाव से पहले अगर कोर्ट लालू यादव मामले में बड़ा फैसला सुनाती है तो इससे आरजेडी कार्यकर्ताओं के मनोबल पर प्रभाव पड़ सकता है. भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली की एक विशेष अदालत में दलील दी है कि लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं. बता दें कि यह मामला तब आया है, जब तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पटना में बिहार बंद को सफल बनाने सड़क पर उतरे थे.
बिहार में बुधवार को चक्का जाम के दौरान आरजेडी के कई नेता सड़क पर उतरे. तेजस्वी यादव खुद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ पटना की सड़कों पर उतरे. लेफ्ट चूनियनों के भारत बंद के दौरान बिहार में इसका जबरदस्त असर देखने को मिला. इस बंद से जहां आरजेडी कार्यकर्ता काफी उत्साहित थे. तभी आरजेडी समर्थकों केलिए दिल्ली से एक बुरी खबर आई. सीबीआई ने दिल्ली की राउस एवेनयू कोर्ट में लालू यादव और उनके पवरिवार के लोगों का जमानत का विरोध किया.
सीबीआई की दलीलें और मामला
सीबीआई ने 28 फरवरी 2025 को दिल्ली की विशेष अदालत में दावा किया था कि 2004 से 2014 के बीच एक साजिश के तहत पुरी और रांची में भारतीय रेलवे के बीएनआर होटलों को पहले IRCTC को हस्तांतरित किया गया. फिर इन्हें सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को संचालन और रखरखाव के लिए पट्टे पर दे दिया गया. सीबीआई ने इस प्रक्रिया में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, जिनके लिए अधिकतम सात साल की सजा हो सकती है. सीबीआई का कहना है कि लालू प्रसाद यादव, जो उस समय रेल मंत्री थे उनकी पत्नी राबड़ी देवी, और बेटे तेजस्वी यादव इस साजिश में शामिल थे. यह मामला लालू के पहले के चारा घोटाले से अलग है, जिसमें उन्हें पहले ही सजा हो चुकी है. लेकिन यह उनकी छवि और राजनीतिक प्रभाव को और नुकसान पहुंचा सकता है.
लालू यादव का जेल से पुराना नाता
लालू यादव का जेल से पुराना नाता रहा है. चारा घोटाले के पांच मामलों में उन्हें सजा हो चुकी है और वे लगभग 41 महीने जेल में बिता चुके हैं. हालांकि, स्वास्थ्य कारणों और सजा की आधी अवधि पूरी करने के आधार पर उन्हें जमानत मिली थी. इस नए मामले में यदि कोर्ट सीबीआई की दलीलों को स्वीकार करता है तो लालू को फिर से जेल जाना पड़ सकता है. उनकी उम्र 78 वर्ष और स्वास्थ्य समस्याएं जैसे मधुमेह, हृदय रोग और किडनी की बीमारी की वजह से उन्हें राहत मिल सकती है. लेकिन मामला क्योंकि जटिल है. ऐसे में जेल जाने से भी इंकार नही किया जा सकता है. उनके वकील ने पहले भी कोर्ट में उनकी खराब सेहत का हवाला दिया है, लेकिन सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में उनके बैडमिंटन खेलने का वीडियो पेश कर यह दावा किया था कि उनकी सेहत जमानत के लिए पर्याप्त आधार नहीं है.
आरजेडी के मनोबल पर कितना असर डालेगा?
लालू प्रसाद यादव बिहार की राजनीति में एक करिश्माई नेता रहे हैं. खासकर यादव और मुस्लिम (M-Y) समुदायों के बीच, उनकी अनुपस्थिति ने 2019 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी को नुकसान पहुंचाया था, जब पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी. हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने अकेले नेतृत्व करते हुए आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बनाया, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता साबित हुई. फिर भी, लालू का जेल जाना पार्टी के कोर वोट बैंक और कार्यकर्ताओं के मनोबल को प्रभावित कर सकता है. लालू की करिश्माई छवि और जनता से जुड़ाव अभी भी आरजेडी की ताकत है और उनकी अनुपस्थिति में तेजस्वी को यह कमी पूरी करनी होगी.
2025 के चुनाव में महागठबंधन की रणनीति तेजस्वी के नेतृत्व पर टिकी है, लेकिन कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर सहमति न बन पाना और लालू के खिलाफ नए मामले पार्टी के लिए चुनौती बन सकते हैं. इसके अलावा, हाल ही में आरजेडी के चार लाख कार्यकर्ताओं का डेटा लीक होने की खबर ने भी पार्टी को असहज किया है, जिससे संगठनात्मक कमजोरी उजागर हुई है. यदि लालू जेल जाते हैं तो बीजेपी और जेडीयू इसका फायदा उठाकर आरजेडी को कमजोर करने की कोशिश कर सकते हैं, जैसा कि पहले के चुनावों में हो चुका है.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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