रूस और उत्तर कोरिया के बीच गहरा रही दोस्‍ती, पुतिन ने रणनीतिक साझेदारी संधि को दी मंजूरी

1 week ago

Vladimir Putin and Kim Jong: रूस और नॉर्थ कोरिया के बीच दोस्‍ती गहरी हो रही है. 9 नवंबर 2024, शनिवार को इसका एक बड़ा सुबूत देखने को मिला है. जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 'डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया' (डीपीआरके) के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी वाली एक संधि पर हस्ताक्षर किए हैं. रूस के उच्च सदन ने इस हफ्ते संधि की पुष्टि की है, जबकि निचले सदन ने पिछले महीने ही इसका समर्थन कर दिया था. दोनों सदनों से मंजूरी के बाद अब यह समझौता अब कानून बन चुका है. साथ ही इसे रूस ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित भी कर दिया है.

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दोनों देशों के हित सधेंगे

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संधि पर हस्‍ताक्षर शनिवार को हुआ. इससे पहले 19 जून को प्योंगयांग इस संधि को 24 अक्टूबर को स्टेट ड्यूमा या संसद के निचले सदन ने मंजूरी दी थी. रूस की संसद के ऊपरी सदन, फेडरेशन काउंसिल ने 6 नवंबर को ही स्वीकृति दे दी थी.

संधि की प्रस्तावना में कहा गया है कि यह दस्तावेज दोनों देशों के लोगों के मूल हितों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करना है.

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सैन्‍य सहायता भी दी जाएगी

इस समझौते में सैन्‍य सहायता का प्रावधान भी शामिल है. समझौते की शर्तों के तहत, रूस और डीपीआरके संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने, समानता और अंतरराष्ट्रीय कानून के अन्य सिद्धांतों के लिए आपसी सम्मान के आधार पर एक सतत साझेदारी विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों और सहयोग का समर्थन करते हैं.
इस संधि में संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के अनुसार, यदि कोई राष्ट्र सशस्त्र हमले का सामना करता है, तो तत्काल सैन्य और अन्य प्रकार की सहायता के प्रावधान भी शामिल हैं. (आईएएनएस)

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