Last Updated:January 14, 2025, 21:33 IST
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन जंग में केरल के कुट्टनेल्लूर के 32 वर्षीय भारतीय नागरिक बिनिल बाबू की युद्ध के मैदान पर लड़ते गोली लगने से मौत हो गई. एक अन्य भारतीय घायल है, जिसकी पहचान 27 वर्षीय जैन टीके के रूप में हुई है. दोनों...और पढ़ें
नई दिल्ली. भारत ने मंगलवार को रूस पर इस बात के लिए दबाव डाला कि वह रूसी सेना में भर्ती सभी भारतीयों को रिहा करे. यह कदम रूस-यूक्रेन जंग में एक और भारतीय नागरिक की मौत के बाद उठाया गया है. अब तक इस युद्ध में 10 भारतीय मारे गए हैं.
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि केरल के एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है और एक अन्य घायल हो गया है, जिसका इलाज मॉस्को के एक अस्पताल में चल रहा है. जायसवाल ने कहा कि इस मामले को मॉस्को में रूसी अधिकारियों और नई दिल्ली में रूसी दूतावास के साथ मजबूती से उठाया गया है.
उन्होंने कहा, “हमने शेष भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई की मांग भी दोहराई है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल जुलाई में मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के दौरान रूसी सेना में काम कर रहे भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया था.
त्रिशूर के रहने वाले बिनिल बाबू की मौत की जानकारी सोमवार को उनके एक रिश्तेदार ने सार्वजनिक की. हालांकि, विदेश मंत्रालय ने उनकी मौत के हालात के बारे में जानकारी नहीं दी, लेकिन बताया जा रहा है कि उनकी मौत यूक्रेन में संघर्ष के मोर्चे पर हुई.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में रूसी सेना में सेवा करते हुए नौ भारतीयों की मौत हो चुकी है. बिनिल की मौत से यह संख्या 10 हो गई है. जायसवाल ने कहा, “हमें केरल के एक भारतीय नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में जानकारी मिली है, जिसे रूसी सेना में सेवा के लिए भर्ती किया गया था.”
उन्होंने कहा, “केरल के एक अन्य भारतीय नागरिक, जिन्हें इसी तरह भर्ती किया गया था, घायल हो गए हैं और उनका इलाज मॉस्को के एक अस्पताल में चल रहा है.” विदेश मंत्रालय ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. जायसवाल ने कहा, “हम मृतक के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. मॉस्को में हमारा दूतावास परिवारों के संपर्क में है और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है.”
उन्होंने कहा, “हम रूसी अधिकारियों के साथ मिलकर मृतक के शव को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए काम कर रहे हैं. हमने घायल व्यक्ति की जल्द रिहाई और भारत वापसी की भी मांग की है.” उन्होंने आगे कहा, “इस मामले को आज मॉस्को में रूसी अधिकारियों और नई दिल्ली में रूसी दूतावास के साथ मजबूती से उठाया गया है.”
पिछले साल अक्टूबर में, भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि रूसी सेना से 85 भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है और 20 और की रिहाई के प्रयास जारी हैं. अगस्त 2024 में, रूसी दूतावास ने कहा कि मॉस्को और नई दिल्ली उन भारतीय नागरिकों की जल्द “पहचान और रिहाई” के लिए करीबी तालमेल में काम कर रहे हैं, जो मर्जी से सैन्य सेवा में कॉन्ट्रैक्ट वर्क में शामिल हुए थे और अब घर लौटना चाहते हैं. पिछले साल अप्रैल से, रूस के रक्षा मंत्रालय ने भारत सहित कई विदेशी देशों के नागरिकों को सैन्य सेवा में भर्ती करना बंद कर दिया था.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 14, 2025, 21:33 IST