Last Updated:October 31, 2025, 18:30 IST
PM Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन में आर्य समाज की 150वीं वर्षगांठ, लाला लाजपत राय, राम प्रसाद बिस्मिल, द्रौपदी मुर्मू और शिवांगी सिंह की उपलब्धियां रेखांकित की.
 अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष भारत की वैदिक पहचान से जुड़े हैं. वह अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. आर्य समाज की अहमियत को जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि लाला लाजपत राय और राम प्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों ने भी आर्य समाज से प्रेरणा ली. इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के राफेल फाइटर जेट उड़ाने और स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह का भी जिक्र किया.
पीएम मोदी ने स्वामी दयानंद सरस्वती की 150वीं जयंती पर आर्य समाज के योगदान और उनके विचारों को नमन करते हुए कहा कि आर्य समाज ने पिछले डेढ़ सौ वर्षों से राष्ट्रभक्ति, भारतीय संस्कृति और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अद्भुत कार्य किए हैं. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज जब आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष हो रहे हैं, तो समाज और देश स्वामी दयानंद सरस्वती जी के महान विचारों को इस विराट स्वरूप में नमन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि आर्य समाज अपनी स्थापना से लेकर आज तक एक प्रबल राष्ट्रभक्त संस्था रही है, जिसने सदैव भारतीयता की भावना को जीवित रखा है. आर्य समाज ने विदेशी विचारधाराओं, विभाजनकारी मानसिकता और सांस्कृतिक प्रदूषण के हर दुष्प्रयास को खुलकर चुनौती दी है.
पीएम मोदी ने स्वामी दयानंद सरस्वती को एक ‘युगद्रष्टा महापुरुष’ बताते हुए कहा, “स्वामी दयानंद ने समाज में महिलाओं की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण माना. उन्होंने उस सोच को चुनौती दी, जिसने नारी को घर की चौखट तक सीमित कर रखा था. स्वामी दयानंद ने महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए आर्य समाज के विद्यालयों में बेटियों के लिए शिक्षा की शुरुआत की. जालंधर में आरंभ हुआ कन्या विद्यालय आगे चलकर कन्या महाविद्यालय बन गया और ऐसे ही संस्थानों में पढ़ी लाखों बेटियां आज राष्ट्र की नींव को मजबूत कर रही हैं.”
उन्होंने कहा कि आर्य समाज के जिन कार्यों का ऋण देश पर है, उनमें एक महान कार्य देश की गुरुकुल परंपरा को जीवित रखना भी है. एक समय गुरुकुलों की ताकत से ही भारत ज्ञान-विज्ञान के शिखर पर था. गुलामी के दौर में इस व्यवस्था पर जान-बूझकर प्रहार किए गए. इससे हमारे संस्कार नष्ट हुए, नई पीढ़ी कमजोर हुई. आर्य समाज ने आगे आकर ध्वस्त होती गुरुकुल परंपरा को बचाया.
इंटरनेशनल आर्यन समिट 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “बस दो दिन पहले, हमारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक राफेल फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाया था. उनके साथ स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह थीं. आज हमारी बेटियां फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ा रही हैं और ड्रोन दीदी बनकर मॉडर्न एग्रीकल्चर को भी बढ़ावा दे रही हैं. आज हम गर्व से कह सकते हैं कि भारत में दुनिया में सबसे ज़्यादा महिला STEM ग्रेजुएट हैं. आज महिलाएं साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लीडरशिप रोल भी निभा रही हैं…”
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 31, 2025, 17:42 IST

 8 hours ago
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