Last Updated:April 18, 2025, 08:33 IST
Waqf Amendment Act: वक्फ कानून में संशोधन का मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया है. सीजेआई जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ मामले की सुनवाई कर रही है. सराकर की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेह...और पढ़ें

वक्फ संशोधन कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है, जहां एसजी तुषार मेहता सरकार का पक्ष रख रहे हैं.
हाइलाइट्स
वक्फ संशोधन कानून-2025 को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई हैसरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता रख रहे पक्षतुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में दो बातों को मानने की बात कही हैनई दिल्ली. वक्फ कानून को लेकर संसद और सड़क की लड़ाई के बाद अब कानूनी दांव-पेच का खेल शुरू हो गया है. वक्फ संशोधन कानून का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता पक्ष रख रहे हैं. वहीं, मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे दिग्गज वकील शीर्ष अदालत में दलील पेश कर रहे हैं. सुनवाई के दौरान SG तुषार मेहता गुरुवार को वक्फ संशोधन कानून के दो विवादित प्रावधानों पर आगे अमल न करने की बात कही है. ये दो प्रावधान हैं- वक्फ बाय यूज और वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम को शामिल करना. अब सवाल उठता है कि SG तुषार मेहता ने इन दोनों प्रावधानों के अमल पर रोक की बात खुद ही क्यों मान ली? दरअसल, इसकी जड़ें अनुच्छेद 370 और राजद्रोह कानून से जुड़े प्रावधानों पर दिए गए फैसलों से जुड़े हैं.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
April 18, 2025, 08:33 IST