सरिस्का सेंचुरी से फरार हुए टाइगर ने कई गांवों में लगाया अघोषित कर्फ्यू

2 days ago

नितिन शर्मा.

अलवर. अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व से भागा टाइगर आज तीसरे दिन भी अभी तक पकड़ा नहीं गया है. उसकी लोकेशन आज भी अलवर जिले के रैणी इलाके में बताई जा रही है. टाइगर के खौफ के कारण रैणी के करणपुरा और उसके आसपास के गांवों में अघोषित कर्फ्यू सा लगा है. ग्रामीण टाइगर के डर के मारे अपने-अपने घरों के दरवाजे बंद करके बैठे हैं. इस बीच आज टाइगर की नई लोकेशन ट्रैस हुई है. वन विभाग की टीम उसे ट्रैस करते हुए वहां पहुंच गई है.

जानकारी के अनुसार टाइगर रैणी इलाके के चिल्की बास रोड में एक मकान में घुसा हुआ बताया जा रहा है. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम वहां टाइगर को ट्रेकुंलाइजर करने का प्रयास कर रही है. चिल्की बास में टाइगर की मौजूदगी को देखत हुए वहां लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. बाघ को रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग की कई टीम मौके पर मौजूद हैं. वन विभाग के अधिकारी पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

टाइगर दौसा में 3 लोगों पर हमला कर चुका है
टाइगर एसटी 2402 सरिस्का सेंचुरी से निकलकर बुधवार को दौसा जिले के महुखुर्द पहुंच गया था. वहां टाइगर ने तीन लोगों पर हमला कर उनको घायल कर दिया था. उसके बाद टाइगर गुरुवार को वहां से भाग कर अलवर जिले के रैणी इलाके में करणपुरा गांव पहुंच गया था. वहां उसने गुरुवार तड़के एक घर के पास दहाड़ मारी. फिर वह अन्य मकान से गुजरा. कल भी वन विभाग की टीमें उसे ट्रेकुंलाइन करने का प्रयास करती रही थी. लेकिन वे अपने मिशन में सफल नहीं हो पाई.

बाघों में टेरीटरी को लेकर अक्सर संघर्ष होता रहता है
तीन दिन से जंगल से निकलकर आबादी एरिया में घूम रहे इस टाइगर के कारण वन विभाग और पुलिस-प्रशासन की सांसें फूली हुई हैं. टीमें लगातार टाइगर का पीछा कर रही हैं लेकिन वह बार-बार लोकेशन बदल रहा है. राजस्थान के अलवर के सरिस्का और सवाई माधोपुर के रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में बाघों में टेरीटरी को लेकर अक्सर संघर्ष होता रहता है. इस संघर्ष के चलते कई बार टाइगर जंगल छोड़ इंसानी बस्तियों में आ जाते हैं. ये टाइगर सवाई माधोपुर में कई लोगों को अपना शिकार बनाकर उनको मौत के घाट उतार चुके हैं.

Tags: Big news, Tiger attack, Tiger reserve, Wildlife department

FIRST PUBLISHED :

January 3, 2025, 09:52 IST

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