Last Updated:March 29, 2025, 19:04 IST
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के मुताबिक, चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ने के बाद जम्मू से सेना को हटाए जाने से नुकसान हुआ है. वह जम्मू में बढ़ती आतंकी घटनाओं की वजह पर बयान दे रहे थे.

जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला.
हाइलाइट्स
जम्मू इलाके में पिछले 3-4 साल में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं, बोले उमर.सेना हटाने से जम्मू की सुरक्षा कमजोर हुई, अब्दुल्ला ने जताई संभावना.CM ने कहा- लद्दाख में सैनिक भेजने से जम्मू में आतंकी गतिविधियां बढ़ीं.रियासी: पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ने के पीछे सेना के मूवमेंट को एक वजह बताया है. उन्होंने कहा कि लद्दाख में चीन की घुसपैठ के दौरान जम्मू से सैनिकों को हटाकर सीमा पर भेजा गया, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा बलों की कमी हो गई. उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘जब चीन ने लद्दाख में घुसपैठ की, तो कश्मीर से सेना नहीं हटाई गई, बल्कि जम्मू से सैनिकों को भेजा गया. इससे जम्मू में सुरक्षा कमजोर हुई.’ 2020 में भारत-चीन सीमा विवाद के बाद जम्मू से अतिरिक्त सैनिकों को लद्दाख भेजा गया था.
उमर ने कहा कि पिछले 3-4 साल में जम्मू के कई इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं. वह कठुआ मुठभेड़ में शहीद हुए जवान तारिक अहमद के घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. हाल के महीनों में रियासी, पूंछ और राजौरी जैसे इलाकों में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं.
‘बंद हो मातम का यह सिलसिला’
अब्दुल्ला ने कहा, ‘… हमारी कोशिश होनी चाहिए कि इस तरह के हादसे न हो. हम आतंकवाद पर इस तरह काबू पाए कि जम्मू-कश्मीर में इस तरह के मातम का सिलसिला हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो जाए… हमारे 4 बहादुर पुलिस के जवानों ने अपनी जान की कुर्बानी दी, लेकिन कई मासूम ज़िंदगी बचाई गई… पिछले 3-4 सालों से आप खुद देख रहे हैं कि जम्मू के कई इलाकों में इस तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं…’
Location :
Reasi,Jammu and Kashmir
First Published :
March 29, 2025, 19:04 IST