Last Updated:March 29, 2025, 18:36 IST
Kerala: एक मां ने अपने बेटे को पुलिस के हवाले कर दिया, जो नशे और अपराध में लिप्त था. बेटे की धमकियों और हिंसा से परेशान होकर मां ने 10 साल की उम्मीद के बाद कानून का सहारा लिया.

केरल में मां ने बेटे को खुद पुलिस को सौंपा
केरल में कुछ सप्ताह पहले एक मां की दर्दनाक कहानी सामने आई थी, जिसमें उसने पुलिस को बताया था कि उसका बेटा उसे मारने की कोशिश कर रहा था. बेटे ने न केवल उसकी गर्दन दबाने की कोशिश की बल्कि सिर पर हथौड़े से वार भी किया. इसके कुछ ही दिन बाद एक और खबर आई कि पुलिस ने एमडीएमए के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें एक मां और बेटा भी शामिल थे. यह घटनाएं दिखाती हैं कि युवा पीढ़ी किस तरह नशे और अपराध की दुनिया में फंसती जा रही है. लेकिन इस माहौल में एक मां ने हिम्मत दिखाई और अपने ही बेटे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. यह कहानी सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि उन हजारों माताओं की पीड़ा को दर्शाती है जो अपने बच्चों को गलत रास्ते पर जाते देख रही हैं.
मिनी ने अपने ही बेटे को पुलिस के हवाले किया
कोझिकोड के एलाथुर की रहने वाली वलियिल मिनी ने अपने 26 वर्षीय बेटे राहुल को पुलिस के हवाले कर दिया. राहुल पहले ही पोक्सो सहित कई मामलों में आरोपी था और जमानत पर रिहा होने के बाद 9 महीने तक फरार रहा. जब वह घर लौटा तो उसने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. उसकी मां ने पुलिस को बुलाया, लेकिन राहुल ने आत्महत्या की धमकी देते हुए अपनी गर्दन पर ब्लेड रख लिया. पुलिस ने उसे शांत कराकर हिरासत में ले लिया. मिनी ने बताया कि उसके बेटे को नशे की लत उसके स्कूल के दोस्तों ने लगवाई थी. धीरे-धीरे वह हिंसक होता चला गया और परिवार के सदस्यों को धमकाने लगा.
बेटे ने परिवार को बनाया डर का शिकार
राहुल की हरकतें धीरे-धीरे परिवार के लिए खतरा बन गईं. वह लगातार घर में शोर मचाता और पैसों की मांग करता. जब पैसे नहीं मिलते तो गुस्से में घर का सामान तोड़ देता. उसने घर के कपड़े तक जलाने की कोशिश की. राहुल ने अपनी मां, दादी और यहां तक कि अपनी बहन के बच्चे को भी जान से मारने की धमकी दी. पुलिस को बुलाने के बाद उसने आत्महत्या की धमकी देते हुए एक सुसाइड नोट भी लिख दिया, ताकि अपनी मां को ही फंसा सके.
दस साल तक मां ने रखी उम्मीद, लेकिन अंत में हार गई
मिनी ने पूरे दस साल तक उम्मीद की कि उसका बेटा सुधर जाएगा. उसने अपने बेटे को सही राह पर लाने के लिए अपनी सारी बचत उस पर खर्च कर दी, लेकिन राहुल अपराध की दुनिया में और गहरे उतरता चला गया. आखिरकार, जब वह समाज के लिए खतरा बन गया, तो मजबूर होकर मां को पुलिस की मदद लेनी पड़ी. मिनी ने अधिकारियों से गुहार लगाई कि राहुल को जल्दी जेल से न छोड़ा जाए, क्योंकि बाहर आने के बाद वह सबसे पहले अपने माता-पिता की हत्या कर देगा.
अपराध और नशे की दुनिया में डूबा राहुल
राहुल का संबंध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह से बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, वह पहले भी तीन बार आत्महत्या करने की कोशिश कर चुका है. कोझिकोड, थमारास्सेरी, कूराचुंडु और इडुक्की जिले के पीरुमेदु पुलिस थानों में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.
First Published :
March 29, 2025, 18:36 IST