Last Updated:August 10, 2025, 23:20 IST
ARMY CHIEF REUNION: ऐसा नहीं है की मौजूदा थलसेना प्रमुख ही विदेश के वॉर कॉलेज में कोर्स के लिए गए है. जनरल उपेंद्र द्विवेदी अमेरिकी आर्मी वॉर कॉलेज के पूर्व छात्र हैं. मित्र देशों के साथ तो यह परंपरा कई दशको से...और पढ़ें

ARMY CHIEF REUNION: सैन्य कूटनीति की दुनिया में साझा प्रशिक्षण अक्सर ऐसे मजबूत और स्थायी रिश्तों की नींव रख देता है जो सालों साल चलते हैं, भले ही राजनैतिक बदलाव कैसे भी हों. भारतीय सेना के संस्थान दुनिया के सबसे बेहतर संस्थानों में से एक हैं. दुनिया के कई देशों के सेना के अधिकारी भारत के सैन्य शिक्षण संस्थानों में कोर्स करने आते हैं और इसी तरह भारतीय सेना के अधिकारी भी दूसरे मित्र देशों के वॉर कॉलेजों में कोर्स के लिए जाते हैं. मौजूदा भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी साल 2015 में अमेरिका के आर्मी वॉर कॉलेज में कोर्स के लिए गए थे. उसी कोर्स में ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल साइमन स्टुअर्ट भी थे. तब शायद दोनों ने ही नहीं सोचा होगा कि दोनों अपने-अपने देश के सेना के प्रमुख बन जाएंगे और एक साथ “एलुमनाई कनेक्ट” के तहत मुलाकात हो जाएगी. ऑस्ट्रेलियाई थलसेना प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल साइमन स्टुअर्ट का 10 से 14 अगस्त 2025 तक प्रस्तावित भारत दौरा इसी तरफ इशारा कर रहा है. लेफ्टिनेंट जनरल स्टुअर्ट की यात्रा सिर्फ़ आधिकारिक मुलाक़ातों और औपचारिक स्वागतों से कहीं ज़्यादा होगी. यह दो सैन्य अधिकारियों का रीयूनियन होगा, जो भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा संबंधों की नींव को और मज़बूत करेगा.
भारतीय सैन्य संस्थान हैं सबकी पसंद
भारतीय सेना की ट्रेनिंग हमेशा से ही अव्वल दर्जे की रहती है. इसी के चलते कई मित्र देश भारतीय सैन्य अकादमी में कोर्स के लिए भी आते हैं. भारत के प्रतिष्ठित सैन्य संस्थान जैसे भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज (NDC), रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (DSSC), और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) दशकों से मित्र राष्ट्रों के अधिकारियों का स्वागत करते आए हैं. इन संस्थानों से ट्रेनिंग कर चुके कई विदेशी अधिकारी आज अपने देशों की सेनाओं में टॉप पोस्ट पर हैं और भारतीय सैन्य संस्कृति के प्रतिनिधि बनकर उभरे हैं.
कौन-कौन कर चुका है ट्रेनिंग?
मौजूदा मित्र देशों की सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की बात करें तो श्रीलंका के सेनाप्रमुख सहित 8 वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सैन्य अकादमी से ट्रेनिंग कर चुके हैं. इसके अलावा नेपाल के 9, बांग्लादेश के 6, मलेशिया के 6, भूटान के 2, नाइजीरिया के 3 और ऑस्ट्रेलिया के 2 वरिष्ठ अधिकारी भारतीय मिलिटरी अकैडमी में ट्रेनिंग कोर्स कर चुके हैं. उदाहरण के तौर पर श्रीलंका के सेना प्रमुख, जो IMA और आर्टिलरी स्कूल के पूर्व छात्र हैं. श्रीलंका के CDS NDC के ग्रेजुएट हैं. भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव, फ्रांस, तंजानिया, दक्षिण कोरिया, न्यूज़ीलैंड, नामीबिया, केन्या, फिजी और थाईलैंड जैसे कई देशों के प्रमुख अधिकारी भी भारत में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं.
First Published :
August 10, 2025, 23:09 IST