Last Updated:November 03, 2025, 08:23 IST
Shafali Verma: शेफाली वर्मा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विस्फोटक सलामी बल्लेबाज हैं. वह महिला वर्ल्ड कप फाइनल में अपने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण चर्चा में हैं. उन्होंने पुरुष और महिला क्रिकेट के इतिहास में फाइनल या सेमीफाइनल में 'प्लेयर ऑफ द मैच' जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनने का विश्व रिकॉर्ड बनाया.
Shafali Verma: शेफाली वर्मा ने 12वीं में शानदार अंक हासिल किए थेनई दिल्ली (Shafali Verma). भारतीय महिला क्रिकेट टीम की धुआंधार सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा आज सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि करोड़ों युवाओं की प्रेरणा हैं. 21 साल की इस युवा सनसनी ने हाल ही में महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल में बल्ले और गेंद, दोनों से अविश्वसनीय प्रदर्शन कर विश्व पटल पर इतिहास रच दिया है. हरियाणा के रोहतक से निकलीं पावर-हिटर अपनी निडर और आक्रामक शैली के लिए जानी जाती हैं. उन्हें ‘लेडी सहवाग’ या ‘बेबी सहवाग’ भी कहा जाता है.
शेफाली वर्मा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल में 87 रनों की यादगार पारी खेलकर और 2 महत्वपूर्ण विकेट चटकाकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. इस प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया. वह पुरुष और महिला क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में फाइनल या सेमीफाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गईं. वह वर्ल्ड कप फाइनल में अर्धशतक (50+ रन) बनाने और 2 या उससे अधिक विकेट लेने वाली भी दुनिया की पहली क्रिकेटर हैं.
Shefali Verma Biography: क्रिकेट की शुरुआत और संघर्ष
हरियाणा के रोहतक की रहने वाली शेफाली का जन्म 28 जनवरी 2004 को हुआ था. उनका क्रिकेट से परिचय महज 8 साल की उम्र में हुआ. इसका श्रेय उनके पिता संजीव वर्मा को जाता है, जो खुद क्रिकेटर बनना चाहते थे. रोहतक में लड़कियों के लिए क्रिकेट एकेडमी न होने के कारण शेफाली को शुरुआती दिनों में अपने बाल लड़कों की तरह कटवाने पड़े और लड़का बनकर ट्रेनिंग लेनी पड़ी. 2013 में, जब सचिन तेंदुलकर अपना आखिरी रणजी मैच रोहतक में खेल रहे थे, तब नन्ही शेफाली उन्हें देखने के लिए अपने पिता के कंधों पर घंटों खड़ी रहीं.
Ind W vs SA W: सबसे कम उम्र में रिकॉर्ड की झड़ी
शेफाली ने मात्र 15 साल की उम्र में (2019 में) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया और जल्दी ही अपनी छाप छोड़नी शुरू कर दी. उन्होंने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे कम उम्र में अंतर्राष्ट्रीय अर्धशतक लगाने वाली भारतीय खिलाड़ी होने का गौरव हासिल किया. इसके बाद वह सबसे कम उम्र में तीनों इंटरनेशनल फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली खिलाड़ी भी बनीं. 2023 में उन्होंने भारत को अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का पहला खिताब दिलाने में कप्तानी की.
Indian Women World Cup 2025: क्रिकेट के साथ पढ़ाई का तालमेल
शेफाली के पिता संजीव वर्मा जूलरी शॉप चलाते हैं और मां प्रवीण बाला होममेकर हैं. उनके बड़े भाई का नाम साहिल वर्मा और छोटी बहन का नैन्सी वर्मा है. उनके पिता ही उनके पहले कोच और सबसे बड़े समर्थक हैं. क्रिकेट में व्यस्त होने के बावजूद शेफाली ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की है. उन्होंने 5वीं में रोहतक के सेंट पॉल स्कूल में एडमिशन लिया था. इसके बाद मंदीप सीनियर सेकेंडरी स्कूल से भी पढ़ाई की. 2019 में 10वीं में फेल होने के बाद अगले साल उन्होंने हरियाणा ओपन स्कूल से 52% अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की थी.
Shefali Verma Education: 12वीं में किया कमाल
महिला क्रिकेट टीम की स्टार शेफाली वर्मा ने सीबीएसई बोर्ड 12वीं की परीक्षा में कमाल कर दिया था. इस परीक्षा में उन्होंने 80% अंक हासिल किए थे. उन्होंने सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर अपनी मार्कशीट की फोटो शेयर करते हुए खुशी जाहिर की थी. शेफाली वर्मा ने अंग्रेजी विषय में 100 में से 93 अंक हासिल किए थे. शेफाली वर्मा का सफर दर्शाता है कि प्रतिभा, जुनून और परिवार की मदद के दम पर लड़कियां रूढ़िवादिता की हर बाधा को तोड़कर दुनिया के मंच पर अपना नाम रोशन कर सकती हैं.
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
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First Published :
November 03, 2025, 08:23 IST

7 hours ago
