Last Updated:November 03, 2025, 14:19 IST
Fenugreek Water Side Effects: मेथी का पानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लो ब्लड शुगर, थायरॉइड, गर्भावस्था, एलर्जी या पाचन समस्या वाले लोगों को मेथी वॉटर नहीं पीना चाहिए. दरअसल मेथी में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो कुछ लोगों में हार्मोनल या पाचन से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. अगर आप सेहत से जुड़ी किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो मेथी पानी पीने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करें.

आयुर्वेद में सैकड़ों वर्षों से मेथी (Fenugreek) को औषधि के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. मेथी और मेथी दाना का इस्तेमाल रसोई से लेकर घरेलू नुस्खों में भी खूब किया जाता है. मेथी दाने में फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन, वजन नियंत्रण, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करते हैं.

अधिकतर लोगों के लिए मेथी का पानी (Fenugreek Water) फायदेमंद माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह नुकसानदायक भी हो सकता है. इसलिए इसे अपने रूटीन में शामिल करने से पहले अपनी सेहत को देख लेना चाहिए. कई बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए मेथी पानी फायदे के बजाय नुकसान दे सकता है. ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक मेथी दाना को ब्लड शुगर लेवल कम करने में मददगार माना जाता है. यही कारण है कि डायबिटीज के मरीज मेथी पानी पीना पसंद करते हैं हालांकि अगर आप पहले से शुगर कंट्रोल की दवा ले रहे हैं, तो मेथी का पानी इसका असर दोगुना कर सकता है. इससे हाइपोग्लाइसीमिया यानी लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है.

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं और इस समय मेथी के बीज में मौजूद कुछ फाइटोकेमिकल्स गर्भाशय को स्टिम्युलेट कर सकते हैं. इससे प्रीमेच्योर लेबर यानी समय से पहले प्रसव या गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है. डॉक्टर सलाह देते हैं कि गर्भावस्था के पहले छह महीनों तक मेथी के पानी से पूरी तरह परहेज करना चाहिए.

मेथी के बीज में कुछ यौगिक ऐसे होते हैं, जो थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं. इससे दवा का असर कम हो सकता है या हार्मोनल असंतुलन बढ़ सकता है. जो लोग हाइपोथायरॉइडिज्म से जूझ रहे हैं, वे मेथी का पानी अवॉइड करें. इससे समस्या बढ़ सकती है. इसलिए थायरॉइड के मरीज मेथी पानी पीने से पहले डॉक्टर की सलाह लें.

अगर किसी को मूंगफली, सोया या दालों से एलर्जी है, तो मेथी से भी एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. मेथी लीगम फैमिली से संबंधित है, इसलिए इससे त्वचा पर खुजली, सूजन, पित्ती या सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. ऐसे लोगों को मेथी या उससे बने प्रोडक्ट से पूरी तरह बचना चाहिए और अगर किसी भी तरह का रिएक्शन दिखे, तो डॉक्टर से संपर्क करें.

मेथी में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो सामान्य व्यक्ति के लिए पाचन में मदद करता है. हालांकि जिन लोगों को इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रिक समस्या है, उनके लिए यह उल्टा असर कर सकता है. खाली पेट मेथी का पानी पीने से गैस, पेट फूलना, मरोड़ या दस्त जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.

स्वस्थ लोगों के लिए मेथी का पानी सीमित मात्रा में फायदेमंद है. एक चम्मच मेथी दाने को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट पीने से शरीर डिटॉक्स होता है, मेटाबॉलिज्म सुधरता है और वजन घटाने में मदद मिलती है. याद रखें कि जरूरत से ज़्यादा सेवन किसी भी चीज का हानिकारक हो सकता है. मेथी का पानी रोज के बजाय हफ्ते में 3-4 बार पीना बेहतर है.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

8 hours ago
