29 जून को क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस? जानिए ‘डाटा बाबा’ की कहानी

4 hours ago

Last Updated:June 29, 2025, 04:01 IST

Statistics Day: 29 जून को भारत 'राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस' मनाता है, जो महान सांख्यिकीविद् पीसी महालनोबिस की जयंती को समर्पित है. उन्होंने भारत को डेटा आधारित नीति की दिशा दिखाई.

29 जून को क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस? जानिए ‘डाटा बाबा’ की कहानी

राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस हर साल 29 जून को पीसी महालनोबिस की याद में मनाया जाता है.

हाइलाइट्स

29 जून को पीसी महालनोबिस की याद में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है.उन्होंने ‘महालनोबिस डिस्टेंस’ और ISI की स्थापना की.2025 की थीम: NSS के 75 साल पूरे होने का जश्न.

Statistics Day: 29 जून को सुबह होते ही देशभर में सरकारी दफ्तरों, कॉलेजों और शोध संस्थानों में एक अलग ही हलचल नजर आती है. कहीं सेमिनार की तैयारियां चल रही होती है, तो कहीं छात्र-छात्राएं भाषण प्रतियोगिता में हिस्सा लेने को बेताब नजर आते हैं. ये सब कुछ होता है राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के नाम.

यह दिन समर्पित है एक ऐसे शख्स को, जिन्होंने भारत को संख्याओं की मदद से सोचने और आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया – प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस. 29 जून को ही उनका जन्म हुआ था और इसलिए इस दिन को ‘राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.

सिर्फ डेटा नहीं, दिशा है ये
आंकड़े यानी डेटा- कुछ लोगों को यह सिर्फ नंबर की गिनती लगती है. लेकिन असल में यही आंकड़े बताते हैं कि देश में किस क्षेत्र में कितनी प्रगति हुई कहां जरूरत है बदलाव की और किन क्षेत्रों में नीति बनाकर बदलाव लाया जा सकता है. चाहे बात हो शिक्षा की स्वास्थ्य की या रोजगार की सही आंकड़े ही सटीक नीतियों की नींव रखते हैं.

महालनोबिस: जिनकी सोच ने भारत को आंकड़ों का महत्व समझाया
1893 में कलकत्ता में जन्मे प्रोफेसर महालनोबिस ने उस दौर में डेटा एनालिसिस की दिशा में काम किया जब देश में इस विषय पर बात भी मुश्किल थी. उन्होंने न केवल भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) की स्थापना की बल्कि ‘महालनोबिस डिस्टेंस’ जैसी गणनात्मक तकनीक भी विकसित की जो आज भी वैश्विक स्तर पर इस्तेमाल होती है.

पीसी महालनोबिस (PC Mahalanobis) ने भारतीय सांख्यिकी की नींव बनाने का काम किया था. (तस्वीर: Wikimedia Commons)

उनकी शिक्षा की बुनियाद भी बेहद सशक्त रही. प्रेसीडेंसी कॉलेज में उन्होंने जगदीश चंद्र बोस और प्रफुल्ल चंद्र रे जैसे महान वैज्ञानिकों से शिक्षा ली. और फिर भारत लौटकर आंकड़ों की दुनिया को एक नई दिशा दी.

2007 से एक परंपरा बनी… हर साल 29 जून
भारत सरकार ने 2007 में यह तय किया कि प्रोफेसर महालनोबिस की जयंती को ‘राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा. तब से हर साल 29 जून को देशभर में आंकड़ों की अहमियत को लोगों तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम होते हैं.

2025 की थीम: ‘राष्ट्रीय सैंपल सर्वेक्षण के 75 साल’
इस बार का विषय है – 75 Years of Sample Survey (NSS). ये वो संस्था है जो हमारे देश की सबसे बुनियादी जानकारी जुटाती है, जैसे कि बेरोजगारी, स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा की पहुंच. फिर इन्हीं आंकड़ों पर नीतियां बनती हैं.

Sumit Kumar

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें

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