Last Updated:March 05, 2025, 15:47 IST
ICSE Board Exam: कलकत्ता की छात्रा श्रीजा सेनगुप्ता ने मां की सड़क दुर्घटना में मौत के बावजूद गणित की परीक्षा पूरी की. पुलिस ने अपनी सूझबूझ से उन्हें परीक्षा केंद्र पहुंचाया. इस मामले में पुलिस ने ड्राइवर को गि...और पढ़ें

ICSE Board Exam: सड़क हादसे में मां की मौत के बावजूद छात्रा ने गणित के पेपर लिखीं.
हाइलाइट्स
छात्रा ने मां की मौत के बावजूद परीक्षा दी.पुलिस ने सूझबूझ से छात्रा को परीक्षा केंद्र पहुंचाया.दुर्घटना की जांच जारी, ड्राइवर गिरफ्तार.ICSE Board Story: कलकत्ता के सोदपुर के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी मीडिया स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा श्रीजा सेनगुप्ता को गणित की परीक्षा देने से ठीक पहले एक दर्दनाक हादसे का सामना करना पड़ा. मंगलवार सुबह श्यामनगर में हुए एक सड़क दुर्घटना में श्रीजा की मां शिउली सेनगुप्ता (40) की मृत्यु हो गई. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन की तत्परता से श्रीजा परीक्षा केंद्र तक पहुंची और सदमे में होने के बावजूद उसने परीक्षा पूरी की है.
सुबह करीब 9:40 बजे श्रीजा अपनी मां शिउली सेनगुप्ता के साथ ऑटो-रिक्शा में यात्रा कर रही थी. श्यामनगर पावर हाउस मोड़ पर एक मोटर वैन को ओवरटेक करने की कोशिश में ऑटो पलट गया, जिससे शिउली ऑटो के नीचे दब गईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. ऑटो में अन्य दो छात्र और उनके अभिभावक भी सवार थे, जिन्हें हल्की चोटें आईं.
पुलिस की सूझबूझ से छात्रा समय पर परीक्षा केंद्र पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय सक्रिय हो गया. आटपुर ट्रैफिक गार्ड इंस्पेक्टर सुरेश्वर मंडल ने बताया कि पुलिस ने तत्काल सभी घायलों को भाटपारा राज्य सामान्य अस्पताल पहुंचाया. हालांकि, डॉक्टरों ने शिउली को मृत घोषित कर दिया. छात्रों की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए, पुलिस ने तुरंत व्यवस्था की और श्रीजा सहित अन्य दो छात्रों को सुरक्षित परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया. बैरकपुर के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार ठाकुर ने कहा, “एक छात्रा के सामने उसकी मां की दुखद मौत बेहद भावनात्मक क्षण था. लेकिन हमने सुनिश्चित किया कि वह परीक्षा पूरी कर सके.”
दुर्घटना की जांच जारी, चालक गिरफ्तार
जगदल पुलिस ने हादसे में शामिल ऑटो को जब्त कर लिया है और चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने आश्वासन दिया कि दुर्घटना के सभी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी. मां को खोने के इस गहरे आघात के बावजूद श्रीजा ने अपने साहस का परिचय दिया और परीक्षा पूरी की. यह घटना न केवल दर्दनाक थी, बल्कि श्रीजा की मानसिक शक्ति और धैर्य का भी प्रतीक बनी. स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन ने उसके हौसले की सराहना की.
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First Published :
March 05, 2025, 15:42 IST