Explainer: जब भारतीय राजा 'सिंहपुर' में बस गए... अब PM ने क्यों कहा, भारत में कई सिंगापुर बनाना है

1 week ago

Singapore origin History: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर (PM Modi Singapore Visit) को विकासशील देशों के लिए आदर्श बताते हुए कहा है कि भारत अपने खुद के ‘कई सिंगापुर’ बनाना चाहता है. सिंगापुर की गिनती दुनिया के चंद हाईटेक और खुशहाल देशों में होती है. इसकी उत्पत्ति, भारत से कनेक्शन और पीएम मोदी के बयान की बात करें तो उसकी एक अद्भुत और अलग कहानी है. सिंगापुर कैसे बना तो आपको बता दें इसका जिक्र 'चीनी दस्तावेजों में तीसरी शताब्दी से जुड़ता है. जिसमें सिंगापुर का वर्णन एक आइलैंड के रूप में हुआ है. 

सिंहपुर एक समृद्ध धरती

सिंगापुर की उत्पत्ति और इतिहास की बात करें तो 14वीं शताब्दी के दौरान इसे सिंगापुर नाम मिला. इसके पीछे कई कहानियां है. एक प्राचीन किंवदंती के मुताबिक सिंगापुर की स्थापना साल 1299 में सुमात्रा के राजकुमार ने की थी. जब वो इस द्वीप पर उतरा तो उसने एक शेर को देखा. शेर को अच्छा शगुन मानते हुए, उसने वहां शहर बसाया और नाम सिंहपुरा यानी 'शेर का शहर' रखा. आगे चलकर यही सिंगापुर बन गया. आधी दुनिया पर जब अंग्रेजों का राज था, तब सिंगापुर एक व्यापारिक बंदरगाह था. जहां मछली पालन मुख्य व्यवसाय था.

दूसरी थ्योरी के मुताबिक ऐतिहासिक मलय दस्तावेजों के मुताबिक कलिंग के राजा शुलन ने दक्षिण भारत के एक राजा चुलन के साथ मिलकर चीन को जीतने का अभियान शुरू किया था. इस जंग में दोनों मलय राज्य के एक द्वीप तक पहुंचे, जिसे स्थानीय भाषा में टमासेक कहा जाता था. यहां तक जाने के बाद शुलन और उनकी सेना ने आगे का प्लान कैंसिल कर दिया था. ये भी कहा जाता है कि उन्होंने आगे न बढ़ने का फैसला इसलिए लिया था क्योंकि उन्हें किसी ने बताया था कि चीन यहां से अब भी काफी दूर है. इसके बाद शुलन वहीं बस गए और टेमासेक में एक राजकुमारी से शादी कर ली.

हिस्ट्री ऑफ मॉर्डन सिंगापुर (A History of Modern Singapore, 1819-2005) नाम की किताब समेत कई किताबों में सिंगापुर के इतिहास भूगोल का जिक्र है.

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