Last Updated:September 04, 2025, 18:59 IST
Flat Stomach : देश में ज्यादातर लोगों को पेट फूला रहता है. यानी तोंद रहती है. इसे कम करने के लिए कई तरह के काम करने होते हैं लेकिन यहां कुछ सिंपल तरीके बताए जा रहे हैं.

भाग दौड़ भरी जिंदगी और खराब जीवनशैली के कारण बहुत से लोग मोटापे और पेट की चर्बी से परेशान हैं. पेट के आसपास बढ़ी हुई चर्बी इतनी आसानी से नहीं जाती. इसकी वजह से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. लेकिन बेहतर डाइट प्लान और वर्कआउट से पेट को फ्लैट किया जा सकता है. यूट्रिशनिस्ट्स का कहना है किअगर वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित खान-पान की आदतों को अपनाया जाए तो इस समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है. आइए जानते हैं वे आसान टिप्स जो पेट को फ्लैट बनाने में मदद करते हैं.

फाइबर ज्यादा खाना : पेट को फ्लैट करने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि अपने आहार में फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से शामिल करें. फाइबर पानी को तेजी से अवशोषित करके पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है. इससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और बार-बार स्नैकिंग या ज्यादा खाने से रोकता है. एक अध्ययन में भी बताया गया है कि यदि रोज़ाना के आहार में 10 ग्राम फाइबर जोड़ा जाए तो पांच साल में बेली फैट में 3.7 प्रतिशत की कमी हो सकती है. इसलिए फाइबर से भरपूर रेशेदार हरी सब्जियां, ताजे फल, एवोकाडो, दालें, अलसी के बीज, ब्लैकबेरी आदि का सेवन करना चाहिए.

प्रोटीन युक्त आहार : प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है और शरीर में कैलोरी जमा नहीं होती. इससे बेली फैट बनने की संभावना कम हो जाती है. प्रोटीन का अधिक सेवन करने से भूख कम करने वाला हार्मोन रिलीज़ होता है, जिससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है. इसलिए लीन मीट, मछली, अंडे, बीन्स और डेयरी उत्पादों को रोज़ाना के आहार में शामिल करना चाहिए.

पानी ज्यादा पीना : शरीर को जितना संभव हो उतना हाइड्रेटेड रखना चाहिए. ज्यादा पानी पीने से पाचन क्रिया में सुधार होता है. साथ ही, शरीर में जमा हुए टॉक्सिन और अपशिष्ट बाहर निकल जाते हैं, जिससे पेट फूलना और गैस की समस्या कम होती है.

इन्हें बिल्कुल नहीं खाना चाहिए : शुगर और शुगरयुक्त ड्रिंक्स का सेवन जितना हो सके कम करना चाहिए. खासतौर पर शुगर की अधिक मात्रा शरीर के लिए बहुत हानिकारक होती है. इससे अंगों के आसपास चर्बी जमा हो जाती है और यह लीवर में फैट उत्पादन को भी बढ़ाती है. प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इनमें वजन बढ़ाने और पेट की चर्बी जमा करने वाले शुगर, अनहेल्दी फैट्स और सोडियम अधिक मात्रा में पाए जाते हैं. इसी तरह अल्कोहल का सेवन भी नियंत्रित करना चाहिए. बीयर जैसी चीज़ों का अधिक सेवन करने से बेली फैट बढ़ता है.

एक्सरसाइज़ टिप्स : रोज़ाना खाने के बाद लगभग 10 से 15 मिनट तक टहलना, सुबह उठते ही एक्टिव वॉकिंग या जॉगिंग करना, साइक्लिंग जैसी एरोबिक एक्सरसाइज़ करनी चाहिए. ये शरीर की चर्बी को कम करती हैं. हफ़्ते में कम से कम 150 मिनट तक ये एक्सरसाइज़ करने से बेहतरीन परिणाम मिलते हैं. इसके साथ ही मांसपेशियों को मज़बूत बनाने वाली स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी करनी चाहिए. इससे आराम के समय भी कैलोरी बर्न होती रहती है.

अगर पेट ज्यादा बढ़ गया हो तो डॉक्टर की सलाह से बेली फैट कम करने के लिए हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग्स करनी चाहिए. भूख बढ़ाने और चर्बी जमा करने वाले तनाव को नियंत्रित करने के लिए मेडिटेशन, योग और डीप ब्रीदिंग जैसी तकनीकों का अभ्यास करना चाहिए. पूरी नींद लेना भी ज़रूरी है. यह भूख को नियंत्रित करने वाले घ्रेलिन और लेप्टिन हार्मोन के स्राव को संतुलित करता है और कॉर्टिसॉल लेवल को कम करता है.

(अस्वीकरण: यह लेख इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर ही प्रस्तुत किया गया है. News18 ने इसकी पुष्टि नहीं की है.)
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