JEE में 1945 रैंक, फिर भी छोड़ा सबसे पॉपुलर ब्रांच, दिल से चुना ये ड्रीम कोर्स

1 day ago

Last Updated:June 01, 2025, 12:43 IST

JEE IIT Success Story: अगर आप बचपन में देखे गए सपने को पूरा करना चाहते हैं, तो उसे उसी के अनुसार पूरी लगन के साथ काम करने की जरूरत होती है. इन्हीं बातों को फॉलो करके एक लड़की ने JEE की परीक्षा को पास करके IIT स...और पढ़ें

JEE में 1945 रैंक, फिर भी छोड़ा सबसे पॉपुलर ब्रांच, दिल से चुना ये ड्रीम कोर्स

JEE IIT Success Story: IIT में कंप्यूटर साइंस छोड़ इस कोर्स में दाखिला लिया है.

हाइलाइट्स

JEE में 1945 रैंक हासिल की.IIT में कंप्यूटर साइंस छोड़ इस कोर्स को चुना.मेहनत और अनुशासन से सफलता पाई.

JEE Success Story: बचपन में देखे गए सपने को अगर सच करना है, तो उसी दिशा में लगन और समर्पण के साथ काम करने की जरूरत होती है. इन्हीं बातों को अपनाकर वैष्णवी अग्रवाल (Vaishnavi Agarwal) ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा को पास करने में सफल रही हैं. वह बचपन से ही कंप्यूटर और तकनीक में बेहद दिलचस्पी रखते थे. कक्षा 6 में जब पहली बार स्कूल में एनिमेशन क्लासेज़ लीं, तब उन्हें एहसास हुआ कि यह क्षेत्र सिर्फ पढ़ाई का नहीं, बल्कि क्रिएटिविटी और तकनीकी स्किल का मेल है. यहीं से उनकी जिज्ञासा शुरू हुई, जो धीरे-धीरे एक मजबूत लक्ष्य में बदल गई.

जेईई में हासिल की 1945 रैंक

जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1945 हासिल करने वाली वैष्णवी अग्रवाल ने एलनहाउस पब्लिक स्कूल, खलासी लाइंस, कानपुर से पढ़ाई पूरी की हैं. उनके शिक्षकों और स्कूल ने वैष्णवी को व्यक्तित्व और शैक्षणिक सफर को दिशा दी. उनके पिताजी मुकेश अग्रवाल स्टेशनरी का व्यवसाय करते हैं और मां अनामिका अग्रवाल गृहिणी हैं. परिवार के समर्थन ने उनकी पढ़ाई को लगातार ऊर्जा दी है.

जेईई पास करने की ऐसे थी तैयारी

वैष्णवी ने वर्ष 2023 में JEE मेन में AIR 2472 और JEE एडवांस्ड में AIR 1945 रैंक हासिल की हैं. कक्षा 11वीं से उन्होंने कानपुर से एक प्राइवेट कोचिंग लीं. संयुक्त परिवार में पढ़ाई के लिए शांति मिलना कठिन था, लेकिन उनके कोचिंग ने उन्हें दिनभर सेंटर में पढ़ने की अनुमति दी. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार उनकी दिनचर्या बेहद कठोर थी. दोपहर से रात तक पढ़ाई और फिर देर रात तक रिवीजन करती थी. यही मेहनत और अनुशासन ही उनके अच्छे रैंक का कारण बने.

कंप्यूटर साइंस छोड़ इस कोर्स में लिया दाखिला

जेईई मेंस और एडवांस्ड की परीक्षा को पास करके वैष्णवी अग्रवाल JoSAA काउंसलिंग के दौरान उन्होंने कंप्यूटर साइंस को प्राथमिकता दी, लेकिन डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (DSAI) जैसे नए कोर्स ने उनका ध्यान खींचा. प्रोफेसरों और सीनियर छात्रों से बात करने के बाद उन्होंने IIT गुवाहाटी में DSAI को चुनने का फैसला लिया. एक सोच-समझकर लिया गया रिस्क, जो उनके इंटरेस्ट के बिल्कुल अनुकूल था.

यहां से कर रहे हैं बीटेक की पढ़ाई

जेईई एडवांस्ड में शानदार परफॉर्म करने वाली वैष्णवी अग्रवाल आईआईटी गुवाहाटी में एडमिशन ली हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वर्तमान में वह डेटा साइंस और एआई में बी.टेक कर रही हैं. इसके साथ ही 4i लैब आईआईटीजी में एसोसिएट के तौर पर पार्ट टाइम काम भी करती हैं.

authorimg

Munna Kumar

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin...और पढ़ें

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin...

और पढ़ें

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें

homecareer

JEE में 1945 रैंक, फिर भी छोड़ा सबसे पॉपुलर ब्रांच, दिल से चुना ये ड्रीम कोर्स

Read Full Article at Source